हाल ही में हुए एक कंज्यूमर सर्वे से पता चलता है कि भारत में स्वास्थ्य जोखिम और बीमा दोनों को लेकर तेजी से जागरूकता बढ़ रही है। इसी का नतीजा है कि लोग इंश्योरेंस खरीदने के लिए ज्यादातर ऑनलाइन मोड का उपयोग कर रहे हैं। स्टडी में शामिल कुल लोगों में से लगभग 65त्न भारतीयों ने भविष्य में बीमा खरीदने के लिए ई-वॉलेट्स, बैंक या बीमा वेबसाइटों और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्मों जैसे डिजिटल चैनलों का उपयोग करने की बात कही है। यह दर्शाता है कि बीमाकर्ता कंपनियों को ऑनलाइन मोड पर बीमा सुविधा उपलब्ध कराने की जरूरत है। फोन पे इंश्योरेंस ब्रोकिंग सर्विस के सीईओ विशाल गुप्ता का कहना है कि बजट में भी सरकार ने डिजिटल मार्केटप्लेस के माध्यम से बेची जाने वाली वस्तुओं या सेवाओं पर टीडीएस यूएस—194-ओ के तहत 1त्न से 0.1त्न तक की कटौती की है। टीडीएस में यह कमी डिजिटल-फस्र्ट प्लेटफॉर्म के विकास को और बढ़ावा देगी। यह आरआरडीएआइ के ‘2047 तक भारत को बीमाकृत बनाने’ के लक्ष्य के लिए हैं।
चुनने में आसानी
स्टडी में शामिल लोगों से जब पूछा गया कि वे डिजिटल रूप से इंश्योरेंस क्यों खरीदना चाहते हैं, तो उनका कहना था कि इससे आवेदन करने में आसानी होने के साथ ही बेस्ट प्रीमियम रेट्स चुनने में मदद मिलती है। कंपनियां अपनी व्यवसाय प्रक्रियाओं में डिजिटलीकरण को तेज कर रही हैं।