धौलपुर: माफिया के फिर होंगे वारे-न्यारे, करोड़ों की बजरी से कूटेंगे दाम

धौलपुर. चंबल नदी में हाल में बने बाढ़ जैसे हालात भले ही नदी किनारे रहने वाले लोगों के लिए आफत बनी हो लेकिन बजरी माफिया के लिए यह खुशी का मौका है। वजह से करोड़ों की बजरी का वापस ढेर जो लगने वाला है। चंबल नदी में भारी पानी की आवक के चलते करीब ढाई माह से अवैध बजरी बंद पड़ी हुई है। जैसे-जैसे नदी का पानी उतरेगा, वैसे ही माफिया इलाके में सक्रिय हो जाएगा। अगले माह अक्टूबर से बजरी माफिया करोड़ों रुपए की घाटों पर जमा हुई बजरी से फिर से दाम कूटेगा। जिले का चंबल नदी किनारा राष्ट्रीय घडिय़ाल सेंचुरी अंतर्गत होने से यहां बजरी निकासी पर प्रतिबंध लगा हुआ है। लेकिन बजरी माफिया अवैध रूप से बजरी उत्खनन और परिवहन करता है। धौलपुर से अवैध बजरी आगरा, भरतपुर और करौली तक सप्लाई होती है।

धौलपुर और राजाखेड़ा बजरी निकासी के बड़े केन्द्र

जिले में राजाखेड़ा थाना क्षेत्र के चंबल घाट में गढ़ी टिटावली, समौना, बसई घीयाराम, दगरा बरथला, शंकरपुरा, कछहारा, भूडृा, गढ़ीजाफर घाट और दिहौली थाने में अण्डवा पुरैनी मुख्य रूप से बजरी निकाली जाती है। इसी तरह धौलपुर शहर कोतवाली अंतर्गत गांव मोरोली, तिघर्रा, घुरैया खेड़ा, चंबल रेलवे पुल के आसपास का क्षेत्र है। वहीं, थाना बसई डांग के नगर, रजई, सेवर तथा बाड़ी सदर में बीहड़ किनारे कुछ गांवों से अवैध बजरी निकासी होती है।

पहले आगरा मण्डी में सप्लाई होगी बजरी

बजरी निकासी शुरू होने पर माफिया पहले पड़ोसी यूपी के आगरा की मण्डी में सप्लाई करेगा। इसकी वजह यहां मण्डी में उसे चंबल बजरी के अच्छे दाम मिलते हैं। वजह निर्माण कार्य में चंबल बजरी बेहतर मानी जाती है। इसके बाद माफिया लोकल में सप्लाई करता है। वर्तमान में स्टॉक कमी के चलते एक ट्रेक्टर-ट्रॉली बजरी का भाव 6 से 8 हजार रुपए चल रहा है।

नदी का पानी उतरने के इंतजार में माफिया

नदी का जलस्तर घटने पर वह एक तरफ बजरी (रेता) और दूसरी ओर मिट्टी फेंकती है। धौलपुर शहर में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 के नीचे घाट पर भारी मात्रा में बजरी जमा होती है लेकिन यह क्षेत्र मध्यप्रदेश सीमा में है। इसके बाद रेलवे पुल के नीचे नदी के घुमाव पर बजरी राजस्थान सीमा के घाटों पर एकत्र होती है, जो जिले के उपखण्ड राजाखेड़ा तक घाटों को भरती है। बस बजरी माफिया अब पानी के उतरने का इंतजार कर रहा है।

घाटों जातियों के अनुसार दबदबा

बता दें कि जिले में कई घाटों पर तो जातियों के अनुसार कब्जा है। यानी इन घाटों से संबंधित जाति के लोग ही अवैध बजरी निकालते हैं। दूसरों के यहां आने पर रोक है।

नाबालिग बालिका के साथ सामूहिक बलात्कार

सैंपऊ पुलिस में एक व्यक्ति ने उसकी नाबालिग पुत्री के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने प्रकरण को लेकर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने पीडि़ता का मेडिकल कराया है।
प्रकरण में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि आरोपी नाबालिग बालिका को घर से बहला फुसला कर अगवा कर ले गए। इसके बाद पहले आगरा फिर चंडीगढ़ में ले जाकर तीन दोस्तों ने मिलकर नाबालिग बालिका के साथ सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया है। थाना अधिकारी गंभीर सिंह ने बताया कि 15 दिन पूर्व की यह वारदात है। पीडि़ता के पिता की ओर से पुलिस थाने में पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ नामजद तहरीर दी गई है। तीनों ही आरोपी पीडि़ता के गांव के ही बताए जा रहे हैं। घटना की गंभीरता को देखते हुए तत्काल आरोपियों के खिलाफ पोक्सो एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। घटना की जांच पुलिस उपाधीक्षक शायर सिंह को दी है।

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