VIDEO: महाराजा भर्तृहरि नाटक में वैराग्य और गोरखनाथ से दीक्षा का हुआ मंचन 

श्री राजर्षि अभय समाज के मंच पर 16 दिन से चल रहे नाटक में शनिवार को तिजारा विधायक बालक नाथ पहुंचे, जिनका संस्था अध्यक्ष पं. धर्मवीर शर्मा और टीम ने स्वागत किया। नाटक की शुरुआत “भोलेनाथ से निराला कोई नहीं” आरती से हुई। प्रमुख कहानी में महाराजा भर्तृहरि का न्याय, गुरु गोरखनाथ और चंद्रशेखर शास्त्री की तपस्या, तथा मोहिनी, पिंगला और क्रूर सिंह के माध्यम से अमर फल का प्रसंग दिखाया गया। अंततः भर्तृहरि को जब अमर फल से धोखे का पता चलता है, तो वे राजपाट छोड़ वैराग्य धारण कर गुरु गोरखनाथ से दीक्षा लेते हैं और अरावली में तपस्या करते हैं।  संस्था के निर्देशक मनोज गोयल ने बाबा भर्तृहरि के समाधि दृश्य का प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण किया।

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