रिपोर्ट: नंदिनी व्यास/गौतम उडेलिया. शहर में सार्वजनिक महिला शौचालयों की दयनीय स्थिति ने महिलाओं के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। शहर के विभिन्न स्थानों पर स्थित सार्वजनिक महिला शौचालय गंदगी और अव्यवस्था का शिकार है, जिससे महिलाओं को स्वच्छता की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
कई महिला शौचालयों में पानी की कमी, टूटे फर्श और खराब सफाई व्यवस्था के कारण इन्हें उपयोग करने से कतराती हैं। फेस्टिवल सीजन में बाजार में खरीदारी करने दूर-दूर से महिलाएं आ रही हैं और उन्हें शौचालय की सही व्यवस्था न मिलने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ऐसे में पत्रिका टीम ने शहर के कई सार्वजनिक महिला शौचालय की स्थिति जानने के लिए महिला शौचालयों का जायजा लिया, जिसमें यह सामने आया कि शहर के अधिकतर क्षेत्रों में विशेष रूप से व्यस्त बाजारों में सार्वजनिक महिला शौचालय की स्थिति गंभीर है।
आंखों देखी… महिला शौचालय में दिखे पुरुष
नई सड़क क्षेत्र: महिला शौचालय सिर्फ एक ही है। जब पत्रिका टीम वहां पहुंची तो महिला शौचालय में पुरुष थे और शौचालय के बाहर महिला इंतजार कर रही थी। खरीदारी करने आई महिलाओं ने बताया कि भीड़ होने पर शौचालय के बाहर लंबा इंतजार करना पड़ता है। वहीं सुलभ कॉम्पलेक्स वाले ने बताया कि भीड़ अधिक होने पर महिला शौचालय पुरुष भी इस्तेमाल कर लेते हैं।
त्रिपोलिया बाजार: गोरिंदा बावड़ी के पास बने शौचालय में महिला शौचालय एक ही है। पत्रिका टीम पहुंची तब देखा कि शौचालय के बाहर चार से पांच महिलाएं लाइन में खड़ी थी। क्षेत्रवासियों ने बताया कि महिला शौचालय एक ही होने से त्यौहार के सीजन में महिलाओं को लाइन में लंबा इंतजार करना पड़ता है।
सरदारपुरा बी रोड: शौचालय की स्थिति बहुत बुरी है। शौचालय के बाहर कचरा पात्र रखा होने से बदबू में खड़ा रहना भी मुश्किल है। साथ ही महिला शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं होने से शौचालय इस्तेमाल करने की हालत में नहीं है। खरीदारी करने आई महिलाओं ने बताया कि महिलाओं के लिए हर क्षेत्र में शौचालय की व्यवस्था पर ध्यान देना चाहिए।
सिटी पुलिस, कपड़ा बाजार: यहां स्थित शौचालय में पानी की व्यवस्था ही नहीं है। साथ ही शौचालय में गंदगी पसरी है। सफाई व्यवस्था और पानी की व्यवस्था न होने से शहर के व्यस्त बाजार में आने- जाने वाली महिलाओं को साफ शौचालय न मिलने पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
श्री श्यामा मुखर्जी पार्क, पावटा: महिला शौचालय पर ताला लगा है। पत्रिका टीम की ओर से पूछे जाने पर स्थानीय लोगों ने बताया कि जिसके पास सार्वजनिक महिला शौचालय की चाबी है वह उस शौचालय को अपने निजी कार्यों के लिए उपयोग में लेता है। वहीं पत्रिका टीम की ओर से दुकानदार से चाबी का पूछने पर दुकानदार ने पीछे गली में जाने के लिए कहा।
मथुरा दास माथुर अस्पताल चौराहा: महिला शौचालय पर पिछले काफी समय से ताला लगा हुआ है। पत्रिका टीम को आस-पास के लोगों से पूछने पर पता चला है कि महिला सार्वजनिक शौचालय काफी समय से बंद है और चाबी किसके पास है यह पता नही है। सार्वजनिक महिला शौचालय पर ताला लगे होने से महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शॉपिंग करने आईं, शौचालय पहुंची तो पानी ही नहीं
जयंती ने बताया कि वह शॉपिंग करने अपने परिवार के साथ आई है। ऐसे में उनकी बेटी को शौचालय इस्तेमाल करना था लेकिन महिला शौचालय में पानी नहीं होने के कारण उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रमता वर्मा ने बताया कि शहर में महिलाओं के लिए बने शौचालय में साफ-सफाई नहीं होती है। ऐसे में महिलाएं शौचालय इस्तेमाल करने से कतराती हैं। वे जब भी अपने परिवार के साथ शॉपिंग पर आती हैं तो इस परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शहर की दोनों महापौर महिलाएं, फिर भी महिलाएं परेशान
शहर में महिलाओं को शौचालय के लिए परेशान होना पड़ रहा है। यह स्थिति तब है जब दोनों ही निगम की महापौर महिला हैं। साथ ही दोनों ही निगम के प्रशासनिक खंड की प्रमुख भी महिला है। इसके बाद भी शहर के कई महिला शौचालयों की स्थिति खराब पड़ी है। कई स्थानों पर तो निगम उत्तर की ओर से नए शौचालयों का निर्माण करवाया गया, लेकिन वहां पर भी महिला शौचालयों का इस्तेमाल पुरुष कर रहे हैं। जब भी महिलाएं यहां पहुंचती हैं तो उन्हें इंतजार करना पड़ता है।
शौचालयों की मरम्मत करवाई जाएगी
वहीं नगर निगम उत्तर की महापौर कुंती देवड़ा का कहना है कि शहर में जिन महिला शौचालयों की स्थिति खराब है उनका मरम्मत कार्य जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। साथ ही जिन स्थानों पर महिला शौचालयों की कमी है वहां पर जगह चिह्नित करके स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालयों का निर्माण करवाया जाएगा।
उधर, नगर निगम दक्षिण महापौर वनिता सेठ कहतीं हैं कि निगम दक्षिण के क्षेत्र में आने वाले शौचालय की िस्थति को सुधारा जाएगा, ताकि महिलाओं को कोई परेशानी न हो। इसके अलावा दीपावली के बाद क्षतिग्रस्त पड़े हुए शौचालयों की मरम्मत करवा दी जाएगी।
शहर में महिला शौचालयों की संख्या
नगर निगम दक्षिण में शौचालय : करीब 110
नगर निगम उत्तर में शौचालय : करीब 100
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