जयपुर। वर्तमान समय में भारत एक उभरता हुआ बाजार है। भारत में लॉन्ग टर्म ग्रोथ की संभावनाओं को लेकर बेहद सकारात्मक है। एएसके इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स फर्म का अनुमान है कि वित्त वर्ष 24-26 के दौरान कॉर्पोरेट अर्निंग लगभग 15% सीएजीआर से बढ़ सकती है, जो आने वाले वर्षों में स्थिर ग्रोथ का संकेत है। एएसके की लीडरशिप ने भारतीय बाजारों में री-इंवेस्टमेंट के पर्याप्त अवसरों की ओर इशारा किया, खासकर जब दुनिया भर के केंद्रीय बैंक अधिक उदार मॉनेटरी पॉलिसी की ओर बढ़ रहे हैं।
डिप्टी सीआईओ सुमित जैन ने बताया कि भारत लगातार ग्रोथ के रास्ते पर है। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय बाजारों ने चुनौतियों का सामना करने की क्षमता दिखाई है। उन्होंने कहा कि आरबीआई का न्यूट्रल रुख महंगाई को नियंत्रण में रखने में मदद कर रहा है।
एएसके का फोकस मैन्युफैक्चरिंग, इंजीनियरिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, और हेल्थकेयर जैसे सेक्टरों पर है। जो लॉन्ग टर्म निवेश के लिए अवसर प्रदान करते हैं। जयपुर में म्यूचुअल फंड एयूएम 51,519 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है, जो इसे उत्तर भारत में एक प्रमुख वित्तीय केंद्र बनाता है।
एएसके के हेड ऑफ सेल्स निमेश मेहता ने कहा कि जयपुर के निवेशक लॉन्ग टर्म में वेल्थ क्रिएशन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। कंपनी राजस्थान में अपनी उपस्थिति को और मजबूत करने का प्रयास कर रही है। ताकि बेहतर निवेश विकल्प उपलब्ध कराए जा सकें। एएसके इन हाई-ग्रोथ वाले सेक्टरों में निवेश के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अच्छी स्थिति में है।