श्रीगंगानगर. पोंग बांध, रणजीत सागर बांध और रोपड़ डाउन स्ट्रीम से हरिके हैडवर्क्स पर पानी की आवक घटने का असर हमारी नहरों पर पड़ा है। गंगनहर के साथ-साथ इंदिरा गांधी नहर में भी पानी घट गया है। भाखड़ा नहर प्रणाली को पानी की आपूर्ति इंदिरा गांधी नहर से होती है, इसलिए भाखड़ा नहर को मिलने वाले पानी में भी कमी आई है। पानी में कटौती का असर तीनों नहर प्रणालियों के वरीयताक्रम पर पड़ने के आसार बन गए हैं।
पंजाब सिंचाई विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पोंग बांध, रणजीत सागर बांध और रोपड़ डाउन स्ट्रीम से हरिके हैडवर्क्स पर आने वाले पानी में कटौती होने के बाद फिरोजपुर फीडर और राजस्थान फीडर को मिल रहे पानी में कमी आई है। यह िस्थति कब तक रहेगी, इसके बारे में पंजाब सिंचाई विभाग के सूत्रों ने अनभिज्ञता जताई। लेकिन जल संसाधन वृत श्रीगंगानगर के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने अगले दो-तीन में बांधों से पानी की आवक बढ़ने की संभावना है।
कितने पानी की आवक
पंजाब सिंचाई विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को रोपड़ डाउन स्ट्रीम से 3700 क्यूसेक, पोंग बांध से 12500 क्यूसेक तथा रणजीत सागर बांध से पानी की निकासी 900 क्यूसेक थी। हरिके हैडवर्क्स पर शनिवार सुबह पानी की आवक 17800 क्यूसेक थी, जिसमें शाम तक और कमी आने की संभावना जताई गई। बांधों से पानी की निकासी घटाने से पहले हरिके हैडवर्क्स पर पानी की आवक 21000 क्यूसेक थी।
पानी घटने का असर
बांधों से पानी की निकासी कम होने के बाद फिरोजपुर फीडर से आरडी 45 पर गंगनहर को मिलने वाले पानी में कमी आई है। शनिवार सुबह आरडी 45 से गंगनहर को 1823 क्यूसेक पानी मिल रहा था जो शाम होते-होते घटकर 1635 क्यूसेक रह गया। गंगनहर के खखां हैड पर शनिवार शाम को पानी की आवक 1569 क्यूसेक रह गई। उधर, इंदिरा गांधी नहर को मिल रहा पानी 8200 क्यूसेक रह गया है। गंगनहर का अक्टूबर माह का शेयर 1800 क्यूसेक, इंदिरा गांधी नहर का 7800 तथा भाखड़ा नहर का शेयर 1200 क्यूसेक तय है।