world heart day: कम उम्र की महिलाओं में भी बढ़े हार्ट अटैक के मामले

अ​भिषेक गुप्ता

kota news: बदलती जीवनशैली, खानपान, घरेलू काम घटने से अब कम उम्र में महिलाओं को दिल का दौरे के मामले सामने आ रहे हैं। हृदय विशेषज्ञों के मुताबिक, पहले वृद्ध महिलाओं में ही दिल के दौरे के मामले सामने आते थे, लेकिन अब 30 से 40 वर्ष की आयु की महिलाओं में भी दिल के दौरे रिपोर्ट हो रहे हैं। कोटा मेडिकल कॉलेज के ह्दय रोग विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले छह माह में 788 मरीज ह्दय रोग की शिकायत लेकर पहुंचे। एंजियोग्राफी के बाद 588 मरीजों के स्टेंट डाले गए। इनमें 30 से 40 वर्ष की आठ एवं 40 से 50 वर्ष की 28 महिलाएं शामिल हैं। हर उम्र की महिलाओं के लिए दिल के दौरे के संकेतों को पहचानना और तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना ज़रूरी है।

यह है प्राथमिक लक्षण
पीठ, गर्दन, जबड़े, हाथ या पेट) के विभिन्न भागों में दर्द या बेचैनी, सांस लेने में कठिनाई, चक्कर, थकान।

यह हैं बचाव के सुझाव
अधिक वजन या मोटापे से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। अपने वजन पर नियंत्रण रखें। प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों और अतिरिक्त चीनी से बचें। संपूर्ण, पौष्टिक खाद्य पदार्थों से भरपूर आहार लें। नियमित व्यायाम करने से हृदय स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है। हफ्ते कम से कम 150 मिनट व्यायाम करने का लक्ष्य रखें। पूरे दिन चलना-फिरना भी अच्छा रहता है। लंबे समय तक बैठे रहने से बचें।

आंकड़े बोलते हैं…
आयु पुरुष महिला
20-30 11 0
30-40 69 8
40-50 147 28
50-60 165 27
60-70 150 68
70-80 82 32
80-90 17 8
(मार्च 2024 से लेकर अगस्त 2024 के आंकड़े)

टॉपिक एक्सपर्ट

कम उम्र की महिलाओं में पहली बार दिल के दौरे पड़ने के मामले सामने आ रहे है। 30 से 40 साल की उम्र की महिलाएं भी इसकी चपेट में आ रही है। इसका प्रमुख कारण बदलती जीवनशैली, खानपान में बदलाव व घरेलू काम घटने व आरामदायक जिंदगी है। चिंता की बात यह है कि विदेश की अपेक्षा भारत में 40 साल की उम्र में दिल के दौरे पड़ने के 20 फीसदी मामले बढ़े है। इनमें 15 प्रतिशत पुरुष व 5 प्रतिशत महिलाएं शामिल हैं। जबकि विदेश में 5 प्रतिशत ही युवाओं में हार्ट अटैक के मामले सामने आए हैं।

डॉ. भंवर रिणवां, ह्दय रोग विशेषज्ञ, कोटा मेडिकल कॉलेज

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