Rajasthan News: पराली के धुएं से आबोहवा जहरीली, राजस्थान पराली जलाने में चौथे स्थान पर

stubble burning incident: दिवाली के बाद राजधानी दिल्ली-एनसीआर और आसपास के क्षेत्रों में प्रदूषण के स्तर में हल्की राहत है। इस बार पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई तो सैटेलाइट मैप दर्शा रहे हैं कि पाकिस्तान के पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं तेजी से हो रही बढ़ोतरी से आगामी दिनों में उत्तर पश्चिमी राज्यों में आबोहवा जहरीली होने वाली है। पंजाब, यूपी के बाद अब राजस्थान में भी पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी होने लगी है। बीते सवा महीने में राजस्थान में पराली जलाने की 335 घटनाएं दर्ज हो चुकी हैं। उधर मौसम विभाग ने अगले सप्ताह भी दिल्ली एनसीआर समेत आसपास के राज्यों में अगले सप्ताह तक हवा बहुत खराब रहने की चेतावनी दी है।

पराली जलाने में राजस्थान भी पीछे नहीं

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के क्रिम्स की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार इस साल 15 सितम्बर से 23 अक्टूबर तक कुल 2017 घटनाएं दर्ज हुई हैं। देश में सबसे ज्यादा घटनाएं उत्तर प्रदेश में 717 दर्ज हुई हैं। उत्तर प्रदेश में मथुरा जिले में सर्वाधिक 75 खेतों में पराली जलाई गई। वहीं पंजाब में कुल 512 घटनाएं हुई हैं और वहां सर्वाधिक 159 तरन तारण और 133 अमृतसर जिले में पराली जलाई गई। मध्यप्रदेश में 392 घटनाएं हुईं हैं। वहां गुना जिले में सर्वाधिक 53 घटनाएं दर्ज की गई हैं। वहीं राजस्थान में 335 घटनाएं दर्ज की गई हैं।

हवा की गुणवत्ता बेहद खराब

दिल्ली में गुरुवार को एक्यूआई 305 और शुक्रवार को 272 दर्ज हुआ है। वहीं गुरुवार उत्तर भारत के छह राज्यों में पराली जलाने की 98 घटनाएं दर्ज हुई हैं। गुरुवार को पंजाब में 28, उत्तर प्रदेश में 13, राजस्थान में 43, और मध्यप्रदेश में 14 घटनाएं दर्ज की गई हैं। इस बार पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है। बीते शुक्रवार को राजस्थान में राजधानी जयपुर समेत 5 शहरों में एक्यूआइ स्तर 166 तक दर्ज किया गया।

राजस्थान के प्रमुख शहरों में शुक्रवार को एक्यूआइ लेवल

क्रमांकजिलाएक्यूआई (AQI)श्रेणी1जयपुर124खराब2कोटा166अस्वास्थ्यकर3जोधपुर150खराब / अस्वास्थ्यकर4अजमेर104खराब / मध्यम5उदयपुर77मध्यम6सीकर87मध्यम7अलवर100मध्यम / खराब8पाली90मध्यम / खराब9चित्तौड़गढ़95मध्यम / खराब10भिवाड़ी97मध्यम / खराब