दिवाली से पहले कुलांचे भरते सोने-चांदी के भाव चार दिन में लुढ़क गए हैं। इससे उन निवेशकों को चिंता में डाल दिया है, जिन्होंने दिवाली के आसपास सोना-चांदी में निवेश किया था। अब तक के रेकॉर्ड स्तर पर जाने के बाद चांदी के भाव 24 दिन और सोने के 17 दिन पहले की स्थिति में लौट गए हैं।
पिछले साल दिवाली के दिनों में चांदी टंच का भाव 96980 रुपए प्रति किलो और सोना स्टैंडर्ड का भाव 80100 रुपए प्रति तोला था। जबकि इस साल की दिवाली से ठीक पहले चांदी टंच का भाव 176500 रुपए प्रति किलो और सोना स्टैंडर्ड का भाव 128000 रुपए प्रति तोला तक पहुंच गया था।
लिहाजा एक साल में ही चांदी की कीमत करीब 80 हजार रुपए और सोने की दर करीब 48 हजार रुपए तक बढ़ी। लिहाजा एक साल पहले दोनों धातुओं में निवेश करने वालों को खासा मुनाफा हुआ था।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरीकी राष्ट्रपति का दबाव कम पड़ रहा है, वहीं यूक्रेन और इजराइल के युद्ध भी धीमे पड़ रहे हैं। पिछले दिनों में सट्टा बाजार ने माहौल बनाया था, जिसमें गिरावट का दौर चल रहा है। इससे निवेशकों को नुकसान हुआ। अभी दरें और भी टूटने के आसार है। अभी निवेश का सही समय नहीं है।
इंद्रसिंह मेहता, संरक्षक, श्री सर्राफा संघ राजस्थान