भीलवाड़ा। राजस्थान पत्रिका के जन मंच कार्यक्रम में बुधवार को शहर के प्रबद्जनों ने नगर विकास न्यास एवं नगर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाए। राजस्थान पत्रिका कार्यालय में आयोजित जन मंच कार्यक्रम में उनका कहना था कि दोनों निकाय शहर सौंदर्य निखारने के लिए फुटपाथ एवं रोड पर इंटरलॉकिंग करवा रहे हैं। इस कार्य के लिए लाखों रुपए पानी की तरह बहाया जा रहा है, लेकिन वास्तविकता यह है कि यहां अतिक्रमियों ने पांव पसार लिए हैं। कहीं कार बाजार तो कहीं बाइक बाजार सजे हैं। कारोबार दुकान के साथ ही इंटरलार्किंग टाइल्स पर आ गया है।
अतिक्रमण से सिकुड़ रही सड़कें
प्रबद्धजनों का कहना था कि अवैध कब्जों से शहर का सौंदर्य तो बिगड़ ही रहा है, वहीं प्रमुख सड़केंसिकुड़ती जा रही हैं। दीपावली के दौरान शहर की यह हालत चिंता जनक है। शिकायतों के बावजूद सुनवाई नहीं हो रही है और जिम्मेदार अफसर व पार्षद भी क्षेत्र की अनदेखी कर रहे हैं।
ट्रेफिक लाइट अकसर गुल
जनमंच के दौरान ही लोगों ने गंगापुर चौराहा की ट्रेफिक लाइट के अकसर गुल रहने की भी पीड़ा जाहिर की। कार्यक्रम के दौरान बिजली कटौती के बावजूद रोजाना अघोषित बिजली कटौती होने की शिकायत आमजन की जुबां पर थी।
बडलियास थाने की कार्यशैली पर उठे सवाल
जनमंच कार्यक्रम के दौरान बडलियास पुलिस थाने में आमजन की सुनवाई नहीं होने एवं त्वरित न्याय के नाम पर पीड़ा बढ़ने का आरोप क्षेत्र के लोगों ने लगाया। बडलियास की मीनाक्षी सेन व उसकी बहनों का आरोप है कि उनकी मां की बेशकीमती जमीन को कुछ लोग पुलिस कर्मियों की सांठगांठ से हड़पना चाह रहे हैं। मंगलवार को लोगों ने मां व बहन पर जानलेवा हमला भी किया। वह अस्पताल में भर्ती है। पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है।
थाने में ले जाकर कर रहे मारपीट
बीगोद के महेन्द्र दरोगा का कहना था कि बीगोद पुलिस उन्हें प्रताडि़त कर रही है। जबरन थाने में ले जाकर मारपीट कर रही है। जबकि उनके मामले में आरोपियों का पक्ष लिया जा रहा है।
माता-पिता की गुहार, बेटे ने कर दिया बेघर
रेणवास निवासी उदयलाल जाट व उसकी पत्नी सोसर का आरोप है कि पुत्र व उसकी पत्नी ने उनकी संपत्ति पर कब्जा करने की नीयत से उन्हें बेघर कर दिया है। बडलियास पुलिस सुनवाई नहीं कर रही है। बरदीचंद सुवालका का आरोप था कि आमा चौराहा पर उसके भूखंड पर कब्जे की नीयत से कुछ लोग बडलियास पुलिस की सांठगांठ से अैवध रूप से भराव डाल रहे हैं।
मंदिर का नहीं खुल रहा ताला
मंगरोप के फागणों का खेड़ा के अमरा बागरिया की शिकायत थी कि उनके चबूतरे से माता जी समेत छह मूर्तियां मंगरोप पुलिस ने हटा दीं। ऐसे में उनकी पूजा अर्चना प्रभावित हो रही है। बदनोर के पाटन के लोगों ने बताया कि साढ़े तीन सौ साल पुराने चारभुजा मंदिर पर दो परिवारों के विवाद के चलते ताले लगे हैं। उन्होंने मंदिर के ताले खुलवाने की मांग प्रशासन से की है।
निगम नहीं दे रही कब्जा
उपनगर पुर के गजेन्द्र कुमार राव ने मंच को बताया कि नगर निगम ने उसे पातोला महादेव के निकट आबादी क्षेत्र में गत वर्ष भूखंड आवंटित किया, लेकिन आवंटित जमीन का पट्टा व कब्जा अभी तक नहीं दिया। बापूनगर के मनीष शर्मा ने शहर में नालों पर अतिक्रमण होने से आवाजाही प्रभावित होने की बात कही।
क्षतिग्रस्त नालियों से नींव को खतरा
सुभाषनगर के सौरभ जैन का कहना था कि पिता भूपाल सिंह जैन के नाम जमीन का पट्टा नगर निगम के कई चक्कर लगाने एवं शहरी सेवा शिविर में शिकायत करने के बावजूद नहीं मिल सका। आर के कॉलोनी के सी सेक्टर निवासी तेज सिंह नानेजा ने मंच को बताया कि वार्ड में नालियां क्षतिग्रस्त हैं। यहां का गंदा पानी घरों के नींव में जा रहा है। इससे मकानों को खतरा पहुंच रहा है।
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राजस्थान पत्रिका का जनमंच के जरिए आमजन की पीड़ा को पुलिस व प्रशासन तक पहुंचाने का प्रयास सराहनीय है। जन मंच में बुधवार को बस सारथी की पीड़ा बयां की है। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के आला अधिकारियों को बस सारथी का दर्द भी समझते हुए उनकी समस्या का समाधान करना चाहिए। – कमलेश आगीवाल, बस सारथी