देश में कोचिंग हब के रूप में प्रसिद्ध कोटा से फिर एक सुसाइड का मामला सामने आया है। सरकार और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद भी स्टूडेंट्स सुसाइड के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे है। कोटा में बुधवार को जवाहर नगर थाना इलाके में एक और स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। इस साल का यह पांचवां मामला है।
बताया जा रहा है कि मृतक छात्र गुजरात का रहने वाला है। पिछले दो साल से हॉस्टल में रहकर नीट एग्जाम की तैयारी कर रहा था। सूचना मिलने पर जवाहर नगर थाना पुलिस मौके पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया गया है। साथ ही परिजनों को सूचित कर दिया है।
इस साल स्टूडे्टस सुसाइड के 5 मामले
कोटा में सुसाइड का पहला मामला 7 जनवरी को सामने आया था। हरियाणा के महेंद्रगढ़ निवासी नीरज जाट ने हॉस्टल में फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। वह कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा था।
मध्य प्रदेश के गुना निवासी अभिषेक ने 8 जनवरी को पंखे से लटककर खुदकुशी की थी। वह भी कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा था।
ओडिशा निवासी अभिजीत गिरी ने 16 जनवरी को पीजी के कमरे में पंखे से फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली थी। वह कोटा में जेईई की तैयारी कर रहा था और आम्बेडकर कॉलोनी के एक पीजी में रहता था।
बूंदी जिले इंद्रगढ़ निवासी छात्र मनन जैन ने देर रात कोटा में खिड़की की ग्रिल से लटककर खुदकुशी कर ली। वह अपनी नानी के घर पर रहकर इंजीनियरिंग की तैयारी कर रहा था।
कमेटी ने बताए सुसाइड के कारण
छुट्टियों का ना होना।
परिवार से दूर रहना।
कोचिंग में होने वाले टेस्ट में पिछड जाने से आत्मविश्वास की कमी होना
पढ़ाई का बोझ और माता-पिता की छात्रों से उच्च महत्वाकांक्षा होना।
छात्रों में शारीरिक,मानसिक व पढाई संबंधी तनाव उत्पन्न होना।
आर्थिक तंगी, ब्लेकमेलिंग, प्रेम प्रसंग आदि।
यह भी पढ़ें : साल 2025 में कोटा से स्टूडेंट सुसाइड का पहला मामला आया सामने, फिर एक छात्र ने की खुदकुशी