राजस्थान-गुजरात को जोड़ने वाला फोरलेन रोड प्रोजेक्ट फिर पकड़ेगा रफ्तार, अगले महीने पूरा होगा काम

जालोर। जालोर-बागरा तक 18 किलोमीटर दायरे में पहले फोरलेन प्रोजेक्ट का बकाया काम अब नवंबर माह के अंत तक पूरा होगा। यह काम करीब 4 माह से रुका हुआ था। इस बार जून माह में शुरु हुआ बारिश का दौर सितंबर तक चलने से ऐसे हालात बने।

विभागीय जानकारी के अनुसार इस रोड के लिए फाउंडेशन वर्क पूरा कर लिया गया था। उसके बाद डामरीकरण किया जाना था, लेकिन बारिश के मौसम के कारण जगह जगह पानी के भराव और मौसम में नमी के कारण ये कार्य अटका हुआ था। बारिश का दौर थमने के बाद दीपावली पर लेबर मौजूद नहीं होने से कार्य में प्रगति नहीं हुई। अब अगले हफ्ते काम में तेजी आएगी और इसे नवंबर माह के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा।

इस तरह से पूरे होंगे बकाया काम

18 किलोमीटर सडक़ मार्ग पर कुछ हिस्से में बिजली लाइन शिफ्टिंग के कार्य भी होने हैं। ये कार्य भी इसी अवधि में पूरे किए जाएंगे। मार्ग पर डामरीकरण होने के बाद बीच के हिस्से में 3.5 फीट चौड़े डिवाइडर भी बनेंगे। डामरीकरण और उसके बाद डिवाइडर निर्माण के ये कार्य दिसंबर माह तक पूरे करने का लक्ष्य है।

53.22 करोड़ जारी हुए थे

पिछली सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जालोर-बागरा सड़क को चौड़ा करने के लिए 53.22 करोड़ रुपए जारी किए थे। ग्रेनाइट उद्यमियों की डिमांड पर तत्कालीन जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष पुखराज पाराशर की पैरवी पर यह स्वीकृति जारी हुई थी। अब तक प्रोजेक्ट का 70 प्रतिशत तक काम हो चुका है।

दो जगह डेढ़ साल तक अटका काम

पहले बीओटी योजना में बनी रोड की टोल एजेंसी ने विरोध जताया। लंबी प्रक्रिया के बाद एनओसी जारी हुई। जिसके बाद एजेंसी ने कार्य शुरु किया। उसके बाद वन विभाग ने फोरेस्ट एनओसी का हवाला देते हुए काम रुकवाया। प्रोजेक्ट में 700 के करीब पेड़ थे। जिनकी कटाई होनी थी। लंबी प्रक्रिया के बाद वन विभाग की ओर से भी एनओसी जारी की गई।

इसलिए जरुरी प्रोजेक्ट

औद्योगिक क्षेत्र तृतीय चरण की 1500 के करीब ग्रेनाइट इकाइयां इसी मार्ग पर है। यह मार्ग जालोर को सिरोही, उदयपुर, भीनमाल, रानीवाड़ा, सांचौर समेत गुजरात राज्य से कनेक्ट करता है। यह मुख्य मार्ग है, जिस पर ट्रेफिक लोड काफी ज्यादा रहता है।

इनका कहना है

जालोर-बागरा फोरलेन प्रोजेक्ट के बकाया काम को जल्द से जल्द पूरा करवाया जाएगा। पहले स्तर पर डामरीकरण करवाया जाएगा और उसके बाद डिवाइडर का काम होगा। दिसंबर अंत तक दोनों ही काम हो जाएंगे।
-शंकरलाल सुथार, एक्सईएन, पीडब्ल्यूडी, जालोर