अमरीका के पर्यटकों ने देखा- कैसे बनता है राजस्थान पत्रिका, बूंदी कार्यालय का किया अवलोकन

अमरीका के चार प्रांतों से आए आठ पर्यटकों ने शुक्रवार शाम को राजस्थान पत्रिका के बूंदी कार्यालय का अवलोकन किया। उन्होंने खबर बनाने का हुनर जाना और देखा कि राजस्थान पत्रिका अखबार कैसे तैयार होता है। न्यूयार्क, शिकागो, कैलिफोर्निया, कोलोराडो के पर्यटकों का दल शाम को बूंदी शहर में घूम रहा था।

अचानक उन्होंने अपने गाइड अश्विनी शर्मा से राजस्थान के सबसे बड़े अखबार के बारे में जानकारी चाही और उस अखबार का कार्यालय देखने की इच्छा जताई। इस पर अश्विनी शर्मा उन्हें राजस्थान पत्रिका के बूंदी कार्यालय लेकर आ गए। पर्यटक जेनिफर, माइकल, डेरेक, जॉन, एम, मेलिसा, एलन और डेबरा ने करीब दस मिनट तक ब्यूरो कार्यालय का अवलोकन किया।

ब्यूरो प्रभारी विजय जैन ने उन्हें समाचार लेखन, एडिटिंग, फोटो और पेज तैयार करने की प्रक्रिया समझाई। जेनिफर ने एक खबर को कम्पोज करते हुए देखा और उसका अंग्रेजी में अनुवाद किया। उन्होंने पेज मेकिंग के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने अमरीका के प्रमुख समाचार पत्र के बारे में जानकारी दी।

घट्टी घुमाई, चाक चलाया

शहर के निकट ठीकरदा गांव में अमरीका से आए सैलानियों ने ग्रामीण परिवेश को नजदीकी से देखा। वहां पर ग्रामीण महिला को पत्थर की बनी घट्टी से गेहूं को पीसता देखकर वह अपने आप को रोक नहीं पाए व उन्होंने भी घट्टी चलाई। वहीं चाक पर मिट्टी से बन रहे बर्तनों को बनाना सीखा।

फोटो: पत्रिका

इनकों देखकर कहा कि यह सब देखकर बहुत ही अच्छा लगा। यहां कि माटी कला को देखकर जेनिफर ने अपने घर की सजावट के लिए मिट्टी का बर्तन भी खरीदा, वहीं कुछ विदेशी पर्यटकों ने भी माटी से बने बर्तनों को खरीदा। पर्यटक गाइड अश्वनी शर्मा ने बताया कि यह ग्रुप विशेष रूप से माटी कला, ग्रामीण परिवेश को व यहां आयोजित होने वाले घास भैरू की सवारी में जादुई कला को देखने के लिए आए है।