जैसलमेर जिले के लखा गांव में 19 सितंबर को मोटरसाइकिल से खेत जाते समय हाइटेशन तारों से उलझकर गंभीर रूप से घायल हुए विरमसिंह राजपुरोहित का 17 दिन के संघर्ष के बाद एमडीएम अस्पताल, जोधपुर में निधन हो गया। घटना के समय गंभीर चोटें आने से विरमसिंह आइसीयू में भर्ती थे और लगातार जीवन-मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहे थे। चिकित्सकों ने उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश की, लेकिन प्रयास सफल नहीं रहे। सोमवार शाम उनका शव गांव लखा लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया।
हादसे के बाद 25 सितंबर से गांव में पीड़ित परिवार के न्याय की मांग को लेकर छः दिन तक धरना-प्रदर्शन चला। इसमें शिव विधायक रविंद्रसिंह भाटी, आरएलपी के थानसिंह डोली, रामसिंह बोथिया और ग्रामीण शामिल रहे। तीन दिन और दो रातें धरना स्थल पर रहने के बाद कंपनी ने मांगों पर सहमति जताई और धरना समाप्त हुआ। विरमसिंह के निधन की खबर से गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई।