Jaipur Crime: महाकाल की शरण में जाकर छुपे नकल कराने वाले 2 इंजीनियर, महिला मित्र के घर प्लम्बर बनकर पहुंची टीम ने ऐसे किया गिरफ्तार

Masterminds Of High-Tech Cheating In NSC Exam Gang Arrested: जयपुर के खातीपुरा स्थित हैरिटेज वायुना सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित नेशनल सीड्स कॉर्पोरेशन परीक्षा में नकल के मामले में 25-25 हजार रुपए के इनामी दो आरोपियों को हरियाणा के गुरुग्राम से गुरुवार को गिरफ्तार किया गया।

एटीएस-एसओजी के एडीजी वी.के. सिंह ने बताया कि इसी वर्ष जनवरी में स्कूल में छापा मारकर कंप्यूटर रिमोट से पेपर सॉल्व किए जाने का पर्दाफाश हुआ था। इस संबंध में वैशाली नगर थाने में मामला दर्ज किया गया और तब 6 आरोपी मौके पर गिरफ्तार किए गए थे।

एडीजी सिंह ने बताया कि, झुंझुनूं के पिलानी स्थित लाडुंडा निवासी जोगेंद्र कुमार सिंह और हरियाणा के कुबेर एन्क्लेव कॉलोनी निवासी परमजीत कादयान को गिरफ्तार किया गया।

दोनों आरोपी इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियर हैं। परीक्षा की तैयारी के दौरान दोनों का दिल्ली में संपर्क हुआ। आरोपियों ने कंप्यूटर लैब में बैठकर परीक्षा दी और असफल होने पर दिल्ली और जयपुर में अलग-अलग स्थानों पर लैब खोलकर ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाओं में आब्जर्वर का काम शुरू किया।

दिल्ली से जयपुर आ गए

आरोपी दिल्ली के तिमारपुर में कंप्यूटर रिमोट से फर्जी तरीके से पेपर सॉल्व कराते थे। बाद में द्वारका क्षेत्र में भी नकल का काम किया। तिमारपुर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद जयपुर को ठिकाना बनाया। जयपुर में वर्ष 2021 में अजमेर रोड पर रावत कॉलेज नाम से लैब खोली। छात्र अधिक होने पर मकान मालिक ने भवन खाली करवाया।

फिर मानसरोवर के रीको चौराहा पर गणेश कॉलेज नाम से लैब खोली और विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगी परीक्षाएं संचालित कीं। एडीजी सिंह ने बताया कि आरोपियों ने परीक्षा पास करवाने के लिए अभ्यर्थियों और कोचिंग संचालकों से 1.5 लाख से 8 लाख रुपए तक वसूले। आरोपियों ने फर्जीवाड़े से अभ्यर्थियों को विभिन्न परीक्षाओं में पास करवाना कबूला है।

फरारी के दौरान वैष्णो देवी, महाकाल गए

जयपुर में पुलिस के पकड़े जाने के डर से आरोपी वैष्णो देवी, उज्जैन में महाकाल मंदिर और अन्य धार्मिक स्थलों पर भगवान की शरण में पहुंच गए। दिल्ली में परिचित के ठिकानों पर भी फरारी काटी। आरोपियों ने खुद के मोबाइल घग्घर नदी में फेंक दिए और राहगीरों से मोबाइल मांगकर परिजन से संपर्क करते। टीम को गुरुग्राम में परमजीत की महिला मित्र की सूचना मिली।

प्लम्बर बनकर पकड़ा

टीम प्लम्बर बनकर पानी का रिसाव होने का हवाला देकर परमजीत की महिला मित्र के फ्लैट पर पहुंची। फ्लैट के बाहर महिला मित्र के पति के रूप में परमजीत का नाम भी लिखा था। प्लम्बर बनकर पहुंचे जवानों से इशारा मिलते ही पहले से तैनात टीम के सदस्यों ने दोनों आरोपियों को पकड़ लिया।