सरकारी स्कूलों में हाइटेक लैब : 922 स्कूलों को 507 करोड़ की सौगात

प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी निजी स्कूलों जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी। राजस्थान काउंसिल ऑफ स्कूल एजुकेशन ने राज्य के 922 स्कूलों में हाइटेक लैब निर्माण के लिए 507 करोड़ रुपए की स्वीकृति जारी की है।

हर स्कूल में होंगी अलग-अलग लैब

एक स्कूल में अधिकतम 67.50 लाख रुपए तक का बजट मिलेगा। फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों के लिए अलग-अलग लैब बनाई जाएगी। लैब में बिजली, पानी व सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। अत्याधुनिक उपकरण लगाए जाएंगे ताकि विद्यार्थियों को प्रयोगों में किसी प्रकार की दिक्कत न हो।

निविदा होगी जारी

वित्तीय स्वीकृति के बाद लैब निर्माण के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू होगी। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा एवं आयुक्त स्कूल शिक्षा अनुपमा जोरवाल ने आदेश जारी किए हैं। भीलवाड़ा जिले के अधिकांश सरकारी स्कूलों में लैब नाम मात्र की है। उपकरण पुराने हो चुके हैं और आधुनिक प्रयोगों के लिए उपयुक्त नहीं हैं। नई लैब मिलने से यहां के विद्यार्थियों को अनुसंधान और प्रायोगिक शिक्षा का नया मंच मिलेगा।

हाईटेक लैब से होंगे फायदे

विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीक की समझ बढेगी। विज्ञान विषयों में अनुसंधान की रुचि बढ़ेगी। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद मिलेगी तथा सरकारी व निजी शिक्षा में गुणवत्ता का संतुलन में सुधार होगा।