डूंगरपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो डूंगरपुर की टीम ने मंगलवार को चौरासी थाने के एएसआई को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। महानिदेशक पुलिस स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि एक युवक ने एसीबी डूंगरपुर चौकी में एक शिकायत दर्ज करवाई थी। इसमें बताया था कि उसके भाई व भतीजे को एएसआई जीवनलाल ने थाने में बंद कर दिया था।
सूचना पर वो मौके पर पहुंचा और उसने एएसआई से गिरफ्तार करने का कारण पूछा तो एएसआई ने चार माह पहले लांबासादौड़ में अन्य युवकों के साथ मिलकर मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार करना बताया। इस पर उसने अपने भाई को छोडऩे के लिए कहा तो, एएसआई ने दस हजार रुपए की रिश्वत की मांग की। जिसके बाद राशि देने पर सहमति बनी।
एसीबी टीम ने शिकायत का 26 जुलाई को सत्यापन करवाया। सत्यापन के दिन भी एएसआई को तीन हजार रुपए की रिश्वत दी थी। सत्यापन होने पर मंगलवार को प्रार्थी को पांच हजार रुपए लेकर चौरासी थाने भेजा। एएसआई को पांच हजार रुपए देते ही एसीबी टीम मौके पर पहुंची एवं एएसआई जीवनलाल पाटीदार पुत्र नकजी पाटीदार को रंगे हाथों गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपी के जेब से रिश्वत के पांच हजार रुपए भी बरामद किए है। इधर, पुलिस ने आरोपी के घर कनबा भी छानबीन शुरू कर दी है। कार्रवाई में सीआई राजेंद्र सिंह, एएसआई करण सिंह, हैडकांस्टेबल धीरेंद्र सिंह, कनिष्ठ सहायक लक्ष्मण सिंह, कांस्टेबल बाबूलाल, महेश, वीर विक्रम सिंह, दीपक शामिल थे।