यूपी-एमपी और बंगाल में साधु बनकर 3 साल छुपा रहा राजस्थान का नशा सप्लायर, आखिरकार हुआ गिरफ्तार

हनुमानगढ़। नशा तस्करी के प्रकरण में फरार चिट्टा सप्लाई का इनामी आरोपी पुलिस को गच्चा देने के लिए साधु का वेश धर लिया। नाम व पता बदलकर धार्मिक स्थलों के आसपास ठिकाना बनाकर वहां फरारी काटने लगा। एसपी ने उसकी गिरफ्तारी पर 5 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया। मगर चिट्टा सप्लाई का आरोपी पुलिस से करीब तीन साल तक बचता रहा।

आखिरकार टाउन थाना पुलिस ने सोमवार को उसे दबोचने में कामयाबी हासिल की। थाना प्रभारी सुभाष कच्छावा ने बताया कि आरोपी पूर्णराम (40) पुत्र प्रेमसुख शर्मा निवासी चक 26 जीबी विजयनगर, श्रीगंगानगर को गिरफ्तार किया गया है।

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह वर्ष 2021 से लेकर वर्ष 2023 तक ऐलानाबाद में रहकर चिट्टा बेचने का काम करता था। इसके बाद वहां से फरार होकर कई अन्य जगहों पर छिपकर रहने लगा। उसे गिरफ्तार करने वाली टीम में सब इंस्पेक्टर ज्योति, कांस्टेबल पवन कुमार व रोहताश शामिल रहे।

यहां काटी फरारी

पुलिस के अनुसार आरोपी अपना नाम व पता बदलकर उज्जैन के महाकाल मंदिर में पूजा-पाठ कर रहा था। साधु भेष में वहां पूर्णराम अघोरी के नाम से निवास कर रहा था। इसके बाद उज्जैन से तारापीठ वीर भूमि पश्चिम बंगाल तथा पश्चिम बंगाल से कामख्या गुवाहाटी निराचल पर्वत पर चला गया। कुछ समय पश्चात काशी बनारस काल भैरव मंदिर और फिर पुन: उज्जैन आ गया।

गिरफ्तारी के बाद की तस्वीर (फोटो-पत्रिका)

क्या था मामला

थाना प्रभारी सुभाष कच्छावा ने बताया कि टाउन पुलिस ने 14 मार्च 2023 को 115 ग्राम चिट्टे सहित तीन जनों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वे पूर्णराम शर्मा से चिट्टा खरीद कर लाए हैं। इस पर पुलिस ने आरोपी के ठिकानों पर दबिश दी। लेकिन वह मौके से फरार हो गया।