मानसून में शुरू किया कार्य, बारिश में अटका:  तोलाबेरा नदी पर बन रहा पुलिया, आवागमन बाधित

पोकरण कस्बे के तोलाबेरा नदी पर बन रहे पुलिए का कार्य मानसून की सीजन में शुरू किया गया। गुरुवार को तेज बारिश के कारण कार्य अटक गया तो अब आवागमन में भी लोगों को परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि 2 वर्ष पूर्व तोलाबेरा नदी पर रेलवे स्टेशन रोड पर पुलिए का निर्माण करवाया गया था, लेकिन उस समय निर्माण कार्य अधूरा रह गया। कुछ माह पूर्व सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से नए सिरे से पुलिए का निर्माण कार्य स्वीकृत करवाया गया। करीब एक करोड़ रुपए के कार्य का दो माह पूर्व कार्यादेश भी दे दिया गया, लेकिन कार्य जून माह के अंतिम सप्ताह में शुरू किया गया। अब बारिश का सीजन भी चल रहा है। जिसके कारण यहां पानी भरने की समस्या बनी हुई है। गुरुवार को करीब दो घंटे में 118 एमएम मूसलाधार बारिश हुई। बारिश के कारण पुलिया निर्माण स्थल पर गड्ढ़े में पानी भर गया। साथ ही आसपास भी पानी जमा हो जाने से आवागमन बाधित हो रहा है।

तेज बहाव के साथ चली नदी, भर गया पानी

तोलाबेरा नदी में कस्बे के उत्तर दिशा की पहाड़ी और कस्बे के गली मोहल्लों के नालों से पानी बहकर आता है। रेलवे स्टेशन रोड से यह पानी नदी के रूप में आगे रिण में जाता है। गुरुवार को बारिश के दौरान तोलाबेरा नदी पूरे वेग के साथ चली। इस दौरान रेलवे स्टेशन रोड पर चल रहे पुलिया निर्माण कार्य स्थल पर पानी भर गया। यही नहीं पास में आवागमन के लिए बनाई गई अस्थायी सडक़ भी क्षतिग्रस्त हो गई और उस पर भी पानी जमा हो गया। जिससे आवागमन बाधित हो गया है और आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सही समय का नहीं किया चयन

दो माह पूर्व कार्यादेश देने के बाद भी समय पर कार्य शुरू नहीं किया गया। यदि समय पर कार्य शुरू करते तो गुरुवार को बारिश के दौरान यहां समस्या उत्पन्न नहीं होती। प्रदेश में मानसून की दस्तक के बाद तोलाबेरा नदी पर कार्य शुरू किया गया। जिससे अब कार्य अटक गया है और आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

बीलिया नदी में भी समस्या

कस्बे की दूसरी बड़ी बीलिया नदी में पानी महेशानंद महाराज के आश्रम के पीछे से होकर सालमसागर तालाब में आता है। यहां सालमसागर तालाब पर बने बांध का कार्य भी गत जून माह में शुरू किया गया। यहां बने पुराने बांध को तोड़ दिया गया है और नींव से बांध का निर्माण कार्य शुरू किया गया। ऐसे में यहां 15 फीट गहरा व 200 फीट लंबा एवं 20 फीट चौड़ा गड्ढ़ा खोदा गया था। इसका कार्य भी अधूरा पड़ा था। गुरुवार को बारिश के दौरान नदी तेज वेग के साथ चली और इस गड्ढ़े में पानी भर गया। यही नहीं गड्ढ़ा टूट जाने के बाद अब कार्य अटक गया है।