जिले के अंतिम सरहदी गांवों के किसानों ने सरकार से मांग की है कि इंदिरा गांधी नहर परियोजना का विस्तार कर सिंधु नदी का पानी गडरारोड़ क्षेत्र तक पहुंचाया जाए। किसानों का कहना है कि आजादी के 77 साल बाद भी इस क्षेत्र में पीने और सिंचाई के पानी का अभाव बना हुआ है।
अकाल और सूखे की मार
गांवों में हर वर्ष बारिश पर निर्भर किसान अकाल और सूखे की मार झेलते हैं। बारिश नहीं होने पर खेत सूख जाते हैं, और यदि बारिश हो भी जाए तो सिंचाई के पानी के अभाव में खड़ी फसलें आंखों के सामने बर्बाद हो जाती हैं। इससे किसानों की हालत बद से बदतर होती जा रही है और वे गरीबी रेखा से ऊपर नहीं उठ पा रहे हैं। किसानों का कहना है कि यदि पानी की उपलब्धता सुनिश्चित हो जाए, तो उनकी उपजाऊ हजारों बीघा भूमि में भरपूर फसलें लहलहा सकती हैं। इससे उनकी आय बढ़ेगी और क्षेत्र की तस्वीर बदल सकती है।इस अवसर पर तहसील अध्यक्ष शेरसिंह तामलोर, प्रदेश बैंक बीमा प्रमुख गोविंदराम चौहान, मिश्री सिंह, भारथाराम मेघवाल सहित क्षेत्र के कई प्रबुद्ध किसान मौजूद रहे।