संत टेऊंराम की 83वीं वर्सी महोत्सव पर झलका भक्ति, सेवा और साधना का संगम, 425 परिवारों को वितरित हुआ राशन

जयपुर. गुलाबी नगरी के श्रद्धा स्थल श्री अमरापुर स्थान में श्री प्रेम प्रकाश मण्डल के संस्थापक आचार्य स्वामी टेऊंराम महाराज की 83वीं पंच दिवसीय वर्सी महोत्सव (महानिर्वाण दिवस) का समापन रविवार को चौथ पर्व के अवसर पर गीता पाठ के भोग परायण के साथ भक्तिभावपूर्वक संपन्न हुआ।

इस अवसर पर सुबह हवन और यज्ञ अनुष्ठान के बाद नित्य नियम प्रार्थना, सामूहिक चालीसा पाठ, सतनाम साक्षी महामंत्र का जाप और संतों के प्रवचन हुए। संत महात्माओं ने स्वामी टेऊंराम महाराज की महिमा का गुणगान करते हुए उनके आध्यात्मिक योगदान को याद किया।

सत्संग में संत मोनू राम महाराज ने कहा कि माता-पिता को बच्चों के नाम भगवान के नाम पर रखने चाहिए, जिससे हर बार नाम पुकारते समय प्रभु-स्मरण स्वतः हो जाए। उन्होंने श्री प्रेम प्रकाश ग्रंथ साहिब को आध्यात्मिक ज्ञान का अनमोल खजाना बताया।

कार्यक्रम के अंतिम दिन सेवा कार्य के अंतर्गत 425 निर्धन परिवारों को फल एवं दैनिक उपयोग की सामग्री वितरित की गई। इसके पश्चात विशाल भंडारे का आयोजन हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की। देशभर से आए भक्तों ने स्वामी टेऊंराम जी के चरणों में पुष्प अर्पित कर अपनी मनोकामनाएं व्यक्त कीं।