अजमेर(Ajmer News). अजमेर डीजल लोको शेड में तैनात रेलवे कर्मचारी और उसकी पत्नी ने बड़े अफसरों से रसूखात बताकर रेलवे भूमि विकास बोर्ड से सरकारी भूमि का आवंटन कराने का झांसा देकर डेढ़ करोड़ की धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। पीडि़त ने मामले में रामगंज थाने में आरोपी दम्पती के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया। पुलिस ने प्रकरण दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
पुलिस के अनुसार ब्यावर रोड चन्द्र नगर निवासी शशिपाल कुमावत(58) ने रिपोर्ट दी कि वह अजमेर शहर में स्कूल संचालित करता है। उसके स्कूल में रेलवे कर्मचारी निशाद खान के बच्चे पढ़ते थे। तब वह स्कूल में पत्नी नजमा खान के साथ आता था। स्कूल प्रिंसिपल डॉ नीरू पाठक से अपने बच्चों के सिलसिले में बात करता था। दो माह पहले निशाद खान ने डॉ नीरू पाठक को कॉल कर कहा कि आपके स्कूल की ओर ब्रांच खोलने के लिए जमीन चाहिए तो वह रेलवे भूमि विकास बोर्ड प्राधिकरण की कुछ जमीने आवंटित करवा सकता है। उसने स्वयं को आरएलडीए का अजमेर में कर्ताधर्ता बताया। रेलवे बोर्ड की जमीन दिलवाने का ऑफर देकर निशाद खान ने उससे मोबाइल पर बात की। उसे स्कूल ब्रांच या अन्य स्कूल खोलने को जमीन की आवश्यकता थी तो वह निसाद खान के झांसे में आ गए।
आरोपी ने 1.55 करोड़ लिए थे नकद
पीडि़त कुमावत ने बताया कि निशाद खान ने उससे कुछ डीडी रेलवे के नाम से बनवाते हुए कहा कि कुछ पैसा तो अधिकारियों को देना पड़ेगा, कुछ अन्य खर्चे हैं। निशाद खान अपनी पत्नी नजमा खान के साथ उसके घर आया। सौदे के बतौर पेशगी 55 लाख रुपए नगद और रेलवे के नाम 8 लाख 45 हज़ार का डिमांड ड्राफ्ट लेकर गया। इसके बाद निशाद खान ने अन्य रकम नगद में मांगी। उसने उसको घर बुलाया तो बोला कि सरकारी कर्मचारी हूं। इतनी बड़ी रकम लेकर लौटूंगा तो सीबीआई और एसीबी के द्वारा पकडे जाने का खतरा है। वह बाकि रकम उसके घर आकर दे जाए। उसके बुलाने पर वह 40 लाख रुपए एक बार और 60 लाख रुपए दूसरी बार निशाद खान के सरकारी आवास फ्रेज़र रोड पर देकर आया। तब उसके घर पर निशाद खान और उसकी पत्नी नजमा खान और बेटी नेहल खान उर्फ़ जिया भी मौजूद थी।
पत्नी, बेटी भी बनी सहआरोपी
पीडि़त कुमावत ने बताया कि निशाद की पत्नी नजमा और बेटी नेहल ने भी उसको कहा कि हम कई लोगों को रेलवे कि सरकारी जमीन दिलवा चुके हैं। वह भरोसा रखे और पैसे उन्होंने भी गिनकर प्राप्त किए। निशाद खान व उसके परिवारजन ने उससे एक करोड़ 55 लाख रुपए अलग अलग तारीख में नकद दिए और एक करोड़ 18 लाख 45 हजार के तीन डीडी रेलवे के नाम से बनवा कर ले लिए। उसको जल्दी जमीन आवंटन की प्रक्रिया शुरू करने का झांसा देता रहा। उसने संदेह होने पर रेलवे बोर्ड में जाकर सम्पति के संबंध में बात करने पर पता चला कि ऐसी कोई जमीने रेलवे के पास नहीं हैं। न ही निशाद खान नाम का कोई व्यक्ति रेलवे भूमि विकास प्राधिकरण व उससे जुड़ी जमीनों के अलॉटमेंट या नीलामी से जुड़ा है।
पीडि़त से स्वीकार किया जुर्म
पीडि़त ने बताया कि निशाद खान से बात करने पर उसने धोखाधड़ी करना स्वीकार किया। अजमेर लोको डीजल शेड ऑफिस में पता किया तो पता चला कि निशाद खान एनडब्ल्यूआर के डीजल लोको और वैगन वर्कशॉप अजमेर में एमसीएम मास्टर क्राफ्ट्समैन के पद पर हैं। आरोपी निशाद खान ने धोखाधड़ी से बच्चों के स्कूल फीस में मिले एक करोड़ 55 लाख रुपए जमीन आवंटन के नाम पर ठग लिए। रकम मांगने पर आरोपी ने की पत्नी ने डिमांड ड्राफ्ट लौटा दिए लेकिन एक करोड़ 55 लाख रुपए की रकम लौटाने में टालमटोल कर रहा है। आरोपी निशाद खान ने षड्यंत्रपूर्वक अपनी पत्नी व बेटी के साथ मिलकर धोखाधड़ी से रकम हड़प कर ली। पुलिस ने प्रकरण दर्जकर अनुसंदान शुरू कर दिया।
ज्वैलर्स को लगा चुके है 30 लाख की चपत
पड़ताल में आया कि रेलवे कर्मचारी निशाद खान और उसकी पत्नी नया बाजार के एक ज्वैलर्स से 421.940 ग्राम सोना खरीद कर 30 लाख 90 हजार रुपए की चपत लगा चुके है। पीडि़त ज्वैलर वैशालीनगर निवासी अभिनय गोलच्छा ने भी कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज करवा चुके है। उन्होंने गोलच्छा को विश्वास में लेकर बैंक चैक देकर सोने के आभूषण खरीद लिए। जब बैंक चैक बाउंस होकर लौटे तो निशाद खान और उसकी पत्नी की सच्चाई सामने आ गई थी।