सीमावर्ती जैसलमेर शहर में गुरुवार रात करीब 9.05 बजे जब पहले-पहल आकाश में दुश्मन देश की तरफ से ड्रोन हमले के धमाके सुने गए, तो लोगों में सनसनी फैल गई। रात 9 बजे से जैसलमेर में तडक़े 4 बजे तक ब्लैकआउट किया हुआ था। जैसे ही ब्लैकआउट के कुछ मिनट बाद आकाश में रोशनियों के नजारों के साथ धमाके गूंजने शुरू हुए तो हर कोई हतप्रभ रह गया। आसमान में यह गडगड़़ाहट रह-रह कर 20 मिनट तक होती रही और बाद में 9.52 बजे के आसपास फिर कुछ देर के लिए आकाश में धमाके गूंजे। रात करीब सवा दस बजे जब धमाके थम गए उस समय जैसलमेर के पंसारी पाड़ा में घर के बाहर ओटे पर सामूहिक रूप से बैठे सुमित गोलकिया, अशोक धीरण, प्रीति धीरण, तरुण गोलकिया, गंगा देवी, कंचन गोलकिया, भावना गोलकिया, पूजा, वर्षा, पूर्वा, कान्हा, जय धीरण, भावेश, पियुष, तन्मय आदि ने भारत माता की जय और वंदे मातरम जैसे देश भक्ति पूर्ण नारे लगाए। उन्होंने कहा कि हम पूरी तरह से देश और सेनाओं के पराक्रम का भरोसा रखते हैं, इसलिए निश्चिंत हैं।
