Train News: राजस्थान में रेलवे के विकास के लिए इस बार वर्ष 2025-26 के केन्द्रीय बजट में 9960 रुपए के बजट का आवंटन किया गया है, जो वर्ष 2009-14 के बजट की तुलना में लगभग 15 गुना अधिक है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव केन्द्रीय बजट में रेलवे के लिए किए गए प्रावधानों पर वीडियो कान्फ्रेंसिंग से चर्चा करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने राजस्थान के बारे में बताया कि यह बहुत बड़ा प्रदेश है और यहां रेलवे के विकास के लिए अनेकों कार्य प्रगति पर है। वर्ष 2009-14 तक राजस्थान को औसत बजट मात्र 682 करोड़ रूपए प्रतिवर्ष मिलता था, जिसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वर्ष 2025-26 के बजट में 9960 रूपए प्रदान किए गए है जो कि वर्ष 2009-14 के बजट की तुलना में लगभग 15 गुना अधिक है।
राजस्थान में रेल कार्य बहुत तेजी से
उन्होंने बताया कि राजस्थान में रेल कार्य बहुत तेजी से हो रहे हैं। राजस्थान में स्थित 85 रेलवे स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिनका कार्य बहुत तेजी के साथ प्रगति पर है। उन्होंने बताया कि गत 11 वर्षों में राजस्थान में रेलवे ट्रेक पर 1510 फ्लाईओवर और अंडरपास का निर्माण किया गया है एवं वर्ष 2014 से अब तक 3784 किलोमीटर ट्रेक का निर्माण किया गया है जो डेनमार्क के कुल रेल नेटवर्क से अधिक है।
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5143 किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण
उन्होंने बताया कि राजस्थान में वर्ष 2014 से अब तक 5143 किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण किया गया है और अब राजस्थान में लगभग शत प्रतिशत विद्युतीकरण हो गया है। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे पर कवच प्रणाली का जुलाई 2024 को परीक्षण किया गया था उसके बाद यह प्रणाली 10 हजार लोको पर स्थापित की गई है और 15 हजार किलोमीटर मार्ग पर डिजायन और इंस्टॉलेसन से संबंधित कार्यों को किया गया है, जिसमें आप्टिकल फाइबर केबल बिछाने, टावर लगाने, डेटा सेन्टर स्थापित करने और आरएफआईडी डिवाइस लगाने जैसे कार्य सम्मलित है। कवच प्रणाली को सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर छह वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
राजस्थान में प्रमुख कार्य
* 85 रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत विकसित किया जा रहा है।
* 1510 फ्लाईओवर और अंडरपास बनाए गए हैं।
* 3784 किलोमीटर नए ट्रेक का निर्माण किया गया है।
* 5143 किलोमीटर रेलमार्ग का विद्युतीकरण पूरा हो चुका है।
* राजस्थान में लगभग 100% विद्युतीकरण हो चुका है।
* राजस्थान को संभवतः मिल सकती हैं 10 वंदे भारत ट्रेनें।
* खातीपुरा (जयपुर) मेंटीनेंस डिपो का तेजी से होगा काम।
* इस साल के अंत तक तैयार हो जाएगा मेंटीनेंस डिपो।
* गंगापुर-दौसा सेक्शन का विद्युतीकरण कार्य इस साल पूरा होगा।
* खातीपुरा स्टेशन से मेल-सुपरफास्ट ट्रेनों का परिचालन नियमित रूप से शुरू किया जाएगा।
* जयपुर से जोधपुर व उदयपुर से अहमदाबाद के बीच एक-एक वंदेभारत ट्रेन चलेगी।
* उत्तर पश्चिम रेलवे पर स्टेशनों के पुनर्विकास का कार्य प्रगति पर।
* आगामी जून तक बहुत से स्टेशनों का कार्य होगा पूरा।
* उत्तर पश्चिम रेलवे पर दोहरीकरण का कार्य बहुत तेजी से।
* ऑटोमैटिक सिगनल प्रणाली का कार्य भी जोरों पर।
वैष्णव ने नई ट्रेनों के संचालन के बारे में बताया कि 200 नई वंदे भारत ट्रेनों, 100 अमृत भारत ट्रेनों, 50 नमो भारत रेपिड रेल का उत्पादन प्रगति पर है। नमो भारत रेपिड ट्रेन बहुत लोकप्रिय हो रही है और यात्रियों की मांग पर इसे एसी और नॉन एसी कोच के साथ संचालित करने पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने राजस्थान में रेल परियोजनाओं को पर्याप्त बजट के माध्यम से लक्षित समय में पूरा करने की बात कही। उत्तर पश्चिम रेलवे महाप्रबंधक अमिताभ ने मीडिया से कहा कि राजस्थान में इन्फ्रास्ट्रक्चर कार्यों के लिए पर्याप्त बजट प्रदान किया गया है तथा आवश्यकतानुसार बजट का व्यय किया जा रहा है।
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