नागौर. राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के तहत बुधवार को शहर के बीकानेर रोड स्थित एक होटल जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट का आयोजन राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार के मुख्य आतिथ्य में किया गया। जिला स्तरीय इन्वेस्टर मीट में जिले में विभिन्न उद्यमियों/प्रस्तावित निवेशकों की ओर से 4382.57 करोड़ रुपए के कुल 99 एमओयू के निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए। इससे जिले में करीब 5,143 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से भविष्य में रोजगार मिलने की संभावना है।
जिला उद्योग एवं वाणिज्य केन्द्र के महाप्रबंधक बजरंग सांगवा ने बताया कि जिले में विभिन्न क्षेत्रों के साइन किए गए एमओयू में सबसे अधिक एग्रो बेस्ड क्षेत्र में 327.27 करोड़ निवेश करने के 41 एमओयू हुए। इसी प्रकार रिन्युएबल एनर्जी क्षेत्र में 10 एमओयू के तहत कुल 280.93 करोड़ के निवेश, खनिज आधारित क्षेत्र में 20 एमओयू के तहत कुल 3594.38 करोड़ के निवेश, विनिर्माण क्षेत्र में 10 एमओयू के तहत कुल 37.25 करोड़ के निवेश, विविध क्षेत्र के 18 एमओयू के तहत कुल 142.75 करोड़ निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
जिले को बनाएंगे औद्योगिक हब
राज्य मंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने बताया कि राज्य तथा जिले को औद्योगिक हब बनाने के लिए राज्य सरकार एक सुदृढ़ व सुगम्य सिंगल विंडो सिस्टम बनाकर उद्यमियों की समस्या को दूर करने के लिए तत्पर है। साथ ही राज्य सरकार के राइजिंग राजस्थान के विजन को धरातल पर उतारने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश एवं उद्यमियों को मार्गदर्शन प्रदान कर प्रोत्साहित किया जा रहा है। नागौर के पूर्व विधायक मोहनराम चौधरी ने राज्य सरकार के महत्वपूर्ण विजन राइजिंग राजस्थान की मंशा को उद्यमियों को समझाते हुए इज ऑफ डूइंग बिजनेस (ईओडीबी) के विजन के संबंध में मार्गदर्शन दिया। जिला प्रमुख भागीरथ चौधरी ने जिले के औद्योगिक विकास के संबंध में राज्य सरकार की विभिन्न नीतियों एवं कार्यक्रमों के बारे में अवगत कराया। लघु उद्योग भारती के प्रांतीय उपाध्यक्ष भोजराज सारस्वत ने कहा कि उद्यम स्थापित करने के दौरान उद्यमियों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन जो धैर्य और मेहनत से आगे बढ़ते हैं, उन्हें सफलता अवश्य मिलती है। उन्होंने उद्योग लगाने के दौरान आने वाली समस्याओं के समाधान का भी आश्वासन दिया। कार्यक्रम के दौरान युवा उद्यमी शशि पारीक ने अपने उद्यम मैसर्स राम श्याम कॉल्ड स्टोरेज की सफलता की कहानी तथा उद्यम स्थापना में आने वाली समस्याओं एवं उनके निराकरण के संबंध में अपने अनुभव साझा कर उद्यमियों को प्रोत्साहित किया।
जिले में औद्योगिक संभावना
जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने कार्यक्रम के दौरान देश-विदेश से उद्यमियों, निवेशकों एवं उद्योगपतियों को नागौर जिले में खनन, एग्रो प्रोसेसिंग, सौर उर्जा आदि क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाओं के बारे में जानकारी देते हुए जिले के औद्योगिक विकास में भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इसमें सरकारी नीतियों व योजनाओं के माध्यम से निवेश की सरल प्रक्रिया व रोजगार सृजन करने के लिए आवश्यक सुविधाओं व स्वीकृतियों आदि की सुविधा प्रदान की जाएगी। कार्यक्रम का संचालन शरद कुमार जोशी ने किया।
छोटे उद्यमियों को भी मिला प्रोत्साहन
कार्यक्रम में एग्रो प्रासेसिंग, लाइम, हत्थकरघा, बुनकर, ज्वैलरी उत्पादों तथा जिले के एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी)मैथी एवं मसाला प्रसंस्करण उत्पाद को जिला स्तर पर पहचान दिलाने के लिए प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में राज्य मंत्री डॉ. बाघमार सहित खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा, लघु उद्योग भारती नागौर यूनिट के अध्यक्ष बनवारी लाल अग्रवाल, पुलिस अधिक्षक नारायण टोगस सहित अन्य अतिथियों ने सजाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही दीप प्रज्वलित कर मीट का शुभारम्भ किया।
ये हैं बड़े निवेशक
निवेश के प्रमुख प्रस्तावों में मै.जे.के. लक्ष्मी सीमेंट प्रा. लि. की ओर से सीमेंट उत्पादन के क्षेत्र में 3000 करोड़ रुपए., एमसीसी ग्रीन एनर्जी प्रा. लि. की ओर से उर्जा के क्षेत्र में 210 करोड़ रुपए, मै. खींवसर माइनकॉर्प प्रा. लि. की ओर से लाइम उत्पादन के क्षेत्र में 165 करोड़ रुपए, मै. की स्टोन प्रा. लि. की ओर से खनन क्षेत्र में 125 करोड़ रुपए एवं एमडीएच की ओर से मसाला उत्पादन के क्षेत्र में 150 करोड़ रुपए के प्रस्ताव प्राप्त हुए।
बढ़ चढकऱ उद्यमियों ने लिया भाग
जिले में निवेश के इच्छुक निवेशकों ने मीट में बढ़ चढकऱ हिस्सा लिया। जिले के विभिन्न एसोसिएशन के प्रतिनिधि/उद्योगपति के रूप में सुरेश राठी, शिवकरण डेलू, अरविन्द अग्रवाल, हरिराम धारणियां, धीरज सारस्वत, रामेश्वर सारस्वत आदि ने अपने क्षेत्र के विभिन्न उद्यमियों के साथ कार्यक्रम में भाग लेकर मीट को सफल बनाया।