जैसलमेर जिले के सोढ़ाण क्षेत्र में बिजली की समस्या ने वृहद रूप ले लिया है। यहां के किसानों ने अपनी जेब से 30 लाख रुपए खर्च कर खुद विद्युत लाइन बिछाई। उन्होंने रबी की फसल के लिए दिन-रात मेहनत की, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। 33 केवी जीएसएस को जोडऩे के बाद भी वोल्टेज की कमी बनी हुई है, जिससे न तो नलकूप चल रहे हैं और न ही सिंचाई हो पा रही है।
125 किलोमीटर लंबी लाइन
ग्रामीणों की मानें तो छत्रैल से म्याजलार तक की 125 किलोमीटर लंबी विद्युत लाइन वोल्टेज समस्या का मुख्य कारण है। इसके अलावा 50 किलोमीटर आगे स्थित ट्यूबवेल क्षेत्र में भी यही स्थिति है। लंबे समय से सरकारी ट्यूबवेल बंद हैं, जिससे पानी की आपूर्ति ठप हो चुकी है।
गोवंश संकट और किसान आंदोलन की चेतावनी
पानी की किल्लत के कारण सोढाण क्षेत्र में गौवंश की बड़ी संख्या में मौत हो रही है। किसान कर्ज में डूबे हुए हैं। इन समस्याओं से निराश किसान आंदोलन की तैयारी में हैं।
… तो और बदत्तर होंगे हालात
एडवोकेट लालूसिंह सोढ़ा बताते हैं कि पूरे जिले में बिजली और पानी की स्थिति दयनीय है। सोढाण क्षेत्र में बिजली की सबसे बड़ी समस्या है। लंबे समय से सरकारी ट्यूबवेल बंद हैं, जिससे किसान और पशुपालक दोनों परेशान हैं। गौवंश पानी के अभाव में मर रहे हैं। जिले में तत्काल 132 केवी और 220 केवी जीएसएस की आवश्यकता है, अन्यथा हालात बिगड़ सकते हैं।
यूं होगा समाधान
सोढ़ाण क्षेत्र में बिजली समस्या का स्थायी समाधान केवल नए 132 केवी जीएसएस और अतिरिक्त 220 केवी जीएसएस की स्थापना से संभव है।