जोधपुर.
करोड़ों रुपए की क्रिप्टो करंसी (यूएसडीटी) की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त में मनी लॉन्ड्रिंग का संदेह होने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को सांगरिया के राधा कृष्ण विहार स्थित मकान में दबिश दी। इससे वहां हड़कम्प मच गया। तलाशी में 37.50 लाख रुपए और सम्पत्ति व मनी लॉन्ड्रिंग संबंधी अन्य दस्तावेज मिले हैं। देर रात तक तलाशी चल रही थी।
सूत्रों के अनुसार राधा कृष्ण विहार निवासी राकेश चौधरी के यूएसडीटी की ऑनलाइन खरीद-फरोख्त में लिप्त गिरोह से जुड़े होने के सुराग मिले। खाताें में पिछले कुछ समय से बड़ी राशि का लेन-देन होने का पता लगा था। इसकी जांच करने पर राकेश से तार जुड़े। ईडी ने सर्च वारंट के साथ गुरुवार सुबह राकेश के मकान में दबिश दी। ईडी अधिकारियों व कर्मचारियों ने तलाशी शुरू की। देर शाम तक मकान से 37.50 लाख रुपए, सम्पत्ति संबंधी और यूएसडीटी की खरीद-फरोख्त से जुड़े कुछ दस्तावेज मिले। जिनकी जांच की जा रही है। ईडी ने तलाशी में अनेक डिजिटल उपकरण भी जब्त किए हैं। फिलहाल ईडी की ओर से कोई खुलासा नहीं किया गया है।
कम समय में करोड़ों का लेन-देन
क्षेत्रवासियों का कहना है कि राकेश ने 50-60 युवकों की टीम बना रखी है। जो लोगों से दस्तावेज लेकर बैंक खाते खुलवाते हैं। कमीशन के बदले खातों का उपयोग खुद करने लगते हैं। फिर इन खातों में ऑनलाइन ठगी से प्राप्त बड़ी राशि जमा करवाते हैं और उनसे क्रिप्टो करंसी खरीदकर ऑनलाइन ही ट्रांसफर करते हैं। राकेश ने काफी कम समय में करोड़ों रुपए का लेन-देन किया था।
भारी राशि लेकर भागने का अंदेशा
क्षेत्रवासियों का कहना है कि ईडी बुधवार देर रात राधा कृष्ण विहार पहुंच गई थी और मकान के आस-पास नजर रखनी शुरू कर दी थी। कैमरों से पता लगने पर राकेश पिछले हिस्से से भारी राशि लेकर गायब हो गया था। हालांकि बाद में उसके ईडी के सामने पेश होने की सूचना है, लेकिन पुष्टि नहीं हो पाई है। ईडी के मकान में दबिश देते ही घरवाले विरोध पर उतर आए। उन्होंने तलाशी लेने से रोका। बासनी थाने से पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। तब ईडी ने तलाशी शुरू की। जो देर रात तक जारी थी।