Bhilwara news : शहर की आबोहवा में मामूली सुधार…लेकिन सेहत पर खतरा बरकरार

Bhilwara news : सर्दी का असर कम होने के साथ ही शहर की सेहत में मामूली सुधार हुआ है। वायु की गुणवत्ता मापने का एक्यूआई लेवल 213 से गिरकर 151 पहुंच गया। हालांकि यह स्तर भी सेहत के लिए खतरनाक है। वरिष्ठजन के लिए सांस की परेशानी बढ़ा सकता है। एक्यूआई लेवल घटाने तथा शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक के स्तर को सुधारने के लिए राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल बोर्ड ने शहर के सात प्रमुख विभाग के प्रमुखों व 34 प्रोसेस हाउस व अन्य उद्योगों को पत्र लिखे। इसमें नियमों की पालना कराने व करने को कहा है। इधर, भीलवाड़ा पांचवें दिन येलो श्रेणी में आ गया।

राजस्थान पत्रिका की ओर से वायु प्रदूषण व एक्यूआई लेवल को लेकर लगातार समाचार अभियान चलाया जा रहा है। इसे लेकर फैक्टि्रयों के धुएं व उड़ती धूल ने बिगाड़ी हमारी आबोहवा, चिमनियां उगल रही प्रदूषण, अधिकारी ने मूंदी आंखें तथा सोमवार के अंक में कचरा जलाने से फैल रहा प्रदूषण, धुएं से लोग परेशान शीर्षक से प्रकाशित समाचार को आरपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी दीपक धनेटवाल ने गंभीरता से लिया है। इसे लेकर आरपीसीबी ने सात विभाग को पत्र लिखे हैं।

इन्हें लिखे पत्र

बोर्ड ने पुलिस अधीक्षक, सचिव नगर विकास न्यास, नगर निगम आयुक्त, परिवहन विभाग, रीको के क्षेत्रीय मैनेजर, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता, एनएचएआई के प्रोजेक्ट निदेशक के साथ 32 उद्योगों को भी पत्र लिखे हैं। इनमें प्रोसेस हाउस शामिल है। पत्र में लिखा कि शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 4-5 दिन से 200 अंक से ऊपर है, जो खराब श्रेणी में है। लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से बुजुर्गों की सेहत को खतरा होे सकता है। इसे नियंत्रित व कम करने के लिए उपाय सुझाए हैं।

इनकी करनी होगी पालना

पुलिस विभाग व आरटीओ विभाग

बिना फिटनेस प्रमाण पत्र या बिना पीयूसी के वाहनों पर नियंत्रण रखें व जुर्माना या चालान करें।

नगर निगम व नगर विकास न्यास

-खुले में कचरा जलाने पर सख्ती से रोक लगाएं। ऐसी गतिविधियों में लिप्त लोगों पर जुर्माना लगाएं। डंपिंग यार्ड में आग ना लगाई जाएं। इसकी नियमित निगरानी हो।

-सफाई के लिए सड़कों पर हाथ से झाड़ू लगाने के बजाय मशीनों का उपयोग करें।

– प्रतिदिन मशीन-वैक्यूम स्वीपिंग मशीनों से की जाए सड़कों की सफाई।

पीडब्ल्यूडी व एनएचएआई

शहर तथा आसपास चल रही सड़क विकास गतिविधियों पर नियमित जल छिड़काव की व्यवस्था सुनिश्चित करें। शहरी क्षेत्र में सभी निर्माण और तोड़फोड़ पर रोक लगाएं। धूल को दबाने के लिए सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव करें।

रीको

-किसी भी रीको क्षेत्र में कचरा न जलाए। दोषी इकाइयों पर जुर्माना लगाए। रीको की सड़कों पर नियमित जल छिड़काव करें।

-सभी प्रोसेस हाउस मालिकों को निर्देशित किया है कि वे बॉयलर व अन्य मशीनरी को उचित प्रदूषण नियंत्रण उपायों को अपनाकर संचालित करें। ऐसा न करने पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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