अलवर के स्थापना दिवस पर तीन दिवसीय मत्स्य उत्सव मनाया जा रहा है। इस दौरान महल चौक पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। महल चौक में शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। उत्सव की शुरुआत गणेश वंदना से हुई। इसके बाद भैरू सपेरा ने चरी नृत्य, एसबी गुजरावत ने चरी नृत्य, मैत्रेयी ने राजस्थानी लोक नृत्य घूमर, युसुफ खान ने भपंग वादन, गोपाल धानुक ने सहरिया, बनेसिंह प्रजापत ने रिमभवाई, प्रीतम ने बांसुरी वादन, गंगा देवी ने तेरह ताली पर रूणी चेरा म्हारो हेलो सुनो रे रामा पीर की प्रस्तुति दी।
