श्रीकरणपुर @ पत्रिका. तय हिस्से के मुताबिक पूरा पानी देने के लिए पहले भी कई लिखित आश्वासन मिल चुके लेकिन अब अब टेल पर 12 हिस्से पानी मिलने पर ही धरना उठाया जाएगा। एच माइनर टेल पर नहर पाटकर धरना दे रहे किसानों ने यह बात मंगलवार शाम प्रशासन व जल संसाधन विभाग के अधिकारियों से कही।
जानकारी अनुसार गांव नग्गी के निकट नहर पाटकर धरने पर बैठे किसानों से समझाइश के लिए मंगलवार शाम करीब पांच बजे एसडीएम श्योराम, तहसीलदार सुभाषचंद व जल संसाधन विभाग के अधीक्षण अभियंता धीरज चावला सहित अन्य अधीनस्थ अधिकारी वहां पहुंचे। इस दौरान वहां मौजूद ग्रामीण किसान मजदूर समिति के प्रदेश संयोजक रणजीतसिंह राजू 28 एच, गंग कैनाल प्रोजेक्ट के अध्यक्ष हरजिंद्र सिंह, अवतार सिंह, सरदूल सिंह बुर्जवाला, निशांत झोरड़, श्योपत राम, कुलदीप बाना, गोपाल छिम्पा, साहब राम तरड़, नरेंद्र झोरड़ व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बलकरणसिंह बराड़ सहित अन्य कई किसानों ने जमकर रोष जताया। किसानों का कहना था कि टेल पर उन्हें 12 हिस्से पानी मिलना चाहिए लेकिन पिछली कई बारियों में उन्हें महज छह-सात हिस्से पानी ही मिल रहा है। आक्रोशित किसानों ने कहा कि करीब 15 साल से वे एच नहर की टेलों पर पूरे पानी की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में कई बार पहले भी धरने लगाए गए। इसे लेकर जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने वहां जाकर उन्हें एच नहर की टेलों पर पूरा पानी देने संबंधी लिखित आश्वासन तक दिए लेकिन आज तक इसकी पालना नहीं हुई। किसानों ने कहा कि इस बार पूरा पानी मिलने पर ही धरना उठाया जाएगा। साथ ही मांग पूरी होने तक दिन-रात यह धरना लगाया जाएगा। मौके पर गांव नग्गी के महेंद्र सिहाग, नरेंद्र झोरड़, बबलू झोरड़, वेदप्रकाश बाना, महेंद्र भुंवाल, रामप्रताप झोरड़, अक्षय सहू, अनेश बाना, गांव बुर्जवाला से करणी सिंह, धीरज सिंह, काला सिंह व गांव 41 एच राकेश धांगड़, रोहिताश बाना, जगजीत सिंह व मनजीत सिंह व कुलदीप बाना सहित अन्य 37 एच, 38 एच, 39 एच बुर्जवाला, 41 एच व 42 एच आदि गांवों के काफी किसान मौजूद थे।
धरनास्थल के निकट नहर ओवरफ्लो
जानकारी अनुसार गांव नग्गी के निकट एच नहर में जहां मिट्टी से बंधा लगाकर धरना लगाया गया है। उससे आगे तीन मोघे व करीब 200 बीघा जमीन है लेकिन बंधा लगा होने से वहां पानी नहीं जा रहा। बताया गया कि बंधे के निकट पानी ओवरफ्लो होकर आसपास खेतों की ओर जा रहा है लेकिन किसानों का कहना है कि वे मांग पूरी होने पर ही पीछे हटेंगे। इसके अलावा किसानों ने अधिकारियों के समक्ष नहर के दो पुलों के नीचे लगी ठोकर हटाने व अंतिम छोर पर नहर का बेड ऊंचा होने संबंधी समस्या हल करने की भी मांग की है।
पानी पहुंचने से पहले किसानों ने धरना लगा लिया
यह सही है कि नहर की सफाई वगैरह नहीं होने से टेल पर पानी की मात्रा कम हो जाती है। टेल पर पूरा पानी पहुंचाने के लिए पिछले सप्ताह ही नहर की सफाई करवाई गई लेकिन पानी पहुंचने से पहले किसानों ने धरना लगा लिया। इसके अलावा नहर के कई पुलों का डिजायन ही इस प्रकार का है कि इसे ठोकर मान लिया जाता है जब कि ऐसा नहीं है। विभिन्न मोघों की जांच के लिए हाइड्रोलिक सर्वे करवाने के साथ जांच कमेटी भी गठित की जाएगी।
धीरज चावला, अधीक्षण अभियंता जल संसाधन विभाग श्रीगंगानगर।