उदयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से फतहपुरा चौराहे को चौड़ा करने की कार्रवाई रविवार को शुरू कर दी गई। यहां काबिज कुछ दुकानदारों की ओर से उच्च न्यायालय में दायर याचिका को गत माह खारिज कर दिया गया था। जिसके बाद यूडीए ने दुकानदारों को दीपावली के बाद मार्ग को चौड़ा करने की कार्रवाई से अवगत कराया था। रविवार को सुबह से दोपहर तक इन दुकानों को खाली करवाया गया। दोपहर बाद यूडीए ने नगर निगम के सहयोग से दुकानें तोड़ने की कार्रवाई शुरू की।जैसे ही कार्रवाई शुरू कुछ दुकानदारों ने विरोध जताया। लेकिन अधिकारियों की समझाइश के बीच कार्रवाई जारी रही। दोपहर बाद तक का समय दुकानें खाली करवाने में ही बीत गया। ऐसे में सुबह से शुरू हुई कार्रवाई रात तक चली। बता दें कि माउंट आबू और नाथद्वारा से शहर में आने-जाने वाले पर्यटकों को राहत देने के लिए फतहपुरा चौराहे की चौड़ाई बढ़ाई जाने की योजना है। इस मामले में 14 दुकानदारों की ओर से पिछले करीब सत्रह वर्ष से उच्च न्यायालय में दायर याचिका पर स्थगन आदेश मिला हुआ था। जिसे 10 अक्टूबर को न्यायालय ने खारिज कर दिया। पर्यटकों के वाहनों की संख्या अधिक होने से इस चौराहे पर अक्सर जाम के हालात बन जाते हैं। इस चौराहे को एक तरफ से पिछले साल यूडीए ने दुकानें हटाकर चौड़ा कर दिया। जबकि साइफन मार्ग पर बोटल नेक बनने से पर्यटकों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। रविवार को यूडीए आयुक्त राहुल जैन के निर्देश पर विशेषाधिकारी जितेंद्र ओझा, तहसीलदार डॉ. अभिनव शर्मा ने पुलिस और नगर निगम के जाप्ते के सहयोग से दुकानें हटाने की कार्रवाई को अंजाम दिया।
सत्रह साल बाद जमीन पर आएगी योजना
फतहपुरा चौराहे पर पिंडवाडा व नाथद्वारा की ओर जाने वाले रास्तों के कोने पर 24 दुकानें हैं। इन्हें हटाने की प्रशासन की योजना पिछले सत्रह साल से अटकी हुई थी। अब उच्च न्यायालय की ओर से स्टे खारिज करने के बाद रास्ता चौड़ा करने की इस योजनों को मूर्त रूप देने की कार्रवाई शुरू हो सकी है।