मालाखेड़ा/अकबरपुर. सरिस्का अभयारण्य टाइगर रिजर्व में इन दिनों पर्यटकों को बाघों की साइटिंग हो रही है। कई पल पर्यटकों को खासे रोमांचकारी करने वाले रहते हैं। सरिस्का बाघ परियोजना में बाघों के कुनबे के बढ़ने के साथ अब पर्यटकों को बाघों के दर्शन आसानी से हो रहे हैं। रविवार को भाईदूज पर सुबह की सफारी के दौरान बाघ एसटी-21 बाघिन, एसटी-9 और एसटी-7 सरिस्का की सदर रेंज में नजदीकी से दिखाई देने पर पर्यटक काफी खुश नजर आए। इन्होंने जंगल से निकलकर ट्रैक पार किया और झाड़ियां में घुस गए। पर्यटकों ने फोटो सेल्फी ली।
दिल्ली, गुरुग्राम व मुंबई से बाघ देखने और जंगल सफारी का आनंद लेने के लिए सरिस्का पहुंचे पर्यटकों की उस समय सांसें थम सी गई, जब एक युवा बाघ घुर्राते हुए उनकी जिप्सी के आगे से निकला। बाघ के जंगल में जाने के बाद पर्यटकों ने राहत की सांस ली। पर्यटकों के एक दल को सरिस्का में सदर गेट के पास सरिस्का का युवराज बाघ एसटी -21 नजर आया। बाघ झाड़ियां से घुर्राते हुए अचानक पर्यटकों की गाड़ी के आगे से निकला। बाघ को देखकर चारों तरफ सन्नाटा छा गया और पर्यटक सहम गए। बाघ पर्यटकों की गाड़ी से आगे से गुजरा और जंगल में दूसरी तरफ चला गया। इसके बाद पर्यटकों ने राहत की सांस ली। जंगल सफारी करने के दौरान पर्यटकों ने इन पलों को अपने कमरे में कैद किया और सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
बाघिन एसटी-14 के शावकों का किया नामकरण
त्योहार को देखते हुए तीन दिन तक ऑनलाइन बुकिंग भी फूल रही। रविवार के चलते भी पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली। बाघिन एसटी-14 के शावकों का नामकरण भी कर दिया है। जिसमें एक शावक का नाम एसटी-2401 और दूसरे का एसटी- 2402 नाम रखा है। बाघों की संख्या में इजाफा होने के साथ पर्यटकों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। सरिस्का अब बाघों से आबाद हो गया है।