नागौर. जिले के खरीद केन्द्रों से भेजी गई समर्थन मूल्य पर खरीदी गई मूंग से भरी 11 गाडिय़ों का माल सीडब्ल्यूसी की ओर से अपने वेयर हाउस में जमा कर लिया गया। गौरतलब है कि केन्द्रीय भण्डारण निगम के गोदाम भेजी गई यह गाडिय़ां करीब तीन दिनों से खड़ी थी। केन्द्रीय भण्डारण निगम की ओर से मूंग की गुणवत्ता की आड़ में माल जमा नहीं किया जा रहा था। इसको लेकर बुधवार को सहकारी समिति के अधिकारियों के साथ केन्द्रीय भण्डारण निगम के अधिकारियों के बीच हुई बातचीत के साथ ही मौके पर ही मूंग की गुणवत्ता की परख की गई। इसमें मूंग के सही पाए जाने पर उसे जमा कर लिया गया। करीब साढ़े तीन हजार क्विंटल से ज्यादा की मूंग जमा होने से न केवल खरीद केन्द्र के अधिकारियों को राहत मिली है, बल्कि किसानों की अब दीपावली बेहतर रहने की पूरी उम्मीद है।
मिली जानकारी के अनुसार लाडनू, मूण्डवा, जायल, रियाबड़ी आदि की कुल 11 गाडिय़ों में 36053 बैग्स मूंग से भरे हुए सीडब्डब्ल्यूसी के वेयरहाउस के पास खड़े थे। वेयर हाउस के अधिकारियों की ओर से मूंग की गुणवत्ता पर सवालिया निशान लगाते हुए इसे जमा करने से इंकार कर दिया गया था। इस पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी व उपजिस्ट्रार-सहकारी समितियां नागौर कमल कुमार रुलानिया ने वेयर हाउस के अधिकारियों से संपर्क कर उनको गत मंगलवार को समझाने का प्रयास किया गया, लेकिन बात नहीं बनी। इस पर उपरजिस्ट्रार सहकारी समितियां कमल कुमार ने एक समिति का गठन कर दिया गया था। समिति की बुधवार को बैठक होनी थी, लेकिन नैफेड के एक प्रतिनिधि के नहीं आने से बैठक को स्थगित करना पड़ा। इसके सहकारियां समियां, रजिस्ट्रार गंगाराम गोदाराम ने इस संबंध में जिला कलक्टर अरुण कुमार पुरोहित से बातचीत की। कलक्टर पुरोहित ने जल्द ही यह प्रकरण सुलझाने के निर्देश दिए। ताकि काश्तकारों को मुश्किल स्थिति का सामना नहीं करना पड़े। इसके बाद रजिस्ट्रार सहकारी समियां गंगाराम गोदार, उपरजिस्टार कमल कुमार रुलानियां ने वेयर हाउस के प्रभारी अधिकारी के साथ एक बैठक आहुत की। बैठक में इससे जुड़े विषयों पर चर्चा करने के साथ ही मौके पर निरीक्षण करने के लिए कहा गया। बैठक के दौरान मूंग की गुणवत्ता को लेकर हुई जांच परख में मूंग सही पाए जाने पर इसे जमा कराए जाने के लिए अनुरोध किया गया। इसके साथ यह भी चर्चा हुई कि गुणवत्ता बेहतर होने के बाद भी वेयर हाउस में इसे जमा नहीं करने की स्थिति में फिर समर्थन मूल्य पर मूंग खरीद के लिए सहकारी समिति को सोचना पड़ेगा। स्थिति की गंभीरता को देखने के साथ ही प्रारंभिक स्तर पर हुई जांच में मूंग के सही पाए जाने पर पूरी 11 गाडिय़ों में भरी मूंग को वेयर हाउस में जमा करा लिया गया। मूंग जमा होने के बाद सहकारी समिति के अधिकारियों ने राहत की सांस ली। समिति के अधिकारियों का कहना था कि वह तो सरकार के निर्धारित प्रावधानों के तहत तय किए गए मापदण्ड में ही मूंग की खरीद कर रहे हैं। इसके बाद भी मूंग जमा नहीं होने की स्थिति में हजारों की संख्या में काश्तकार प्रभावित हो सकते थे।
इनका कहना है…
समर्थन मूल्य मूंग से भरी 11 गाडिय़ों का माल वेयर हाउस में जमा करा दिया गया है। मूंग की गुणवत्ता को लेकर बातचीत हुई थी तो उनको आश्वस्त करने के साथ ही मौके पर ही मूंग की परख में गुणवत्ता सही पाई गई। माल जमा हेाने से काश्तकारों को अब राहत मिल सकेगी।
गंगाराम गोदारा, रजिस्ट्रार सहकारी समितियां नागौर