चित्तौड़गढ़। मन्नत पूरी होने की खुशी में गुजरात के दो भक्तों ने सांवरिया सेठ को 460 किलोग्राम का रथ और पालकी भेंट किया। दोनों में 23 किलो चांदी का इस्तेमाल किया गया है। मंदिर मंडल के सदस्य शंभू लाल सुथार ने बताया कि रथ बनाने वाले कारीगर भेंट स्वरूप रथ और पालकी लेकर आए और मंदिर मंडल प्रबंधन को इस बारे में बताया। शंभू लाल सुथार ने बताया कि रथ और पालकी गुजरात के दो भक्तों द्वारा इनके जरिए बनवाए गए और इनके साथ ही मंडफिया भेज दिए।
मंदिर मंडल के सदस्य संजय मंडोवरा के अनुसार हर ग्यारस पर ठाकुर जी को नगर भ्रमण कराया जाता है जिसके लिए एक छोटे रथ और पालकी की जरूरत थी। 12 नवंबर को अब ठाकुर जी के बाल विग्रह को इस रथ के जरिए ही नगर नगर का भ्रमण कराया जाएगा। मंदिर मंडल प्रबंधन ने बताया कि मंगलवार को धनतेरस पर पालकी और रथ भेंट किया गया। रथ में 8 किलो और पालकी में 15 किलो चांदी का इस्तेमाल किया गया। रथ और पालकी में 437 किलो लकड़ी का भी इस्तेमाल किया गया। दोनों ही भक्तों ने अपना नाम गुप्त रखा है।
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