जोधपुर.
तलाशुदा एक युवक को वेबसाइट के मार्फत चित्तौड़गढ़ की एक महिला से शादी करना महंगा पड़ गया। आर्य समाज में शादी के दो महीने बाद ही महिला लाखों रुपए के सोने के आभूषण लेकर चली गई। सम्पर्क करने पर महिला व उसके परिजन ने ससुराल लौटने की बजाय आठ लाख रुपए मांगे और न देने पर मारपीट व अन्य धाराओं में एफआइआर दर्ज कराने की धमकियां दी।
उदयमंदिर थाना पुलिस ने बताया कि प्रतापनगर निवासी पीयूष ने कोर्ट में पेश इस्तगासे के आधार पर चित्तौड़गढ़ निवासी महिला और उसके परिजन के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया है। आरोप है कि तलाशुदा होने के चलते पीयूष ने दूसरी शादी करने के लिए ऑनलाइन वेबसाइट में आवेदन किया था, जहां 17 मार्च को उसने तलाकशुदा एक महिला की प्रोफाइल देखी तो उसे रिक्वेस्ट भेजी। 23 मार्च को दोनों में पहली बार व्हॉट्सऐप पर बात हुई थी। पीयूष चित्तौड़गढ़ जाकर महिला व परिजन से मिला था। महिला व परिजन जोधपुर में युवक के घर आए थे और फिर सगाई की थी। 23 मई को आर्य समाज में पीयूष की शादी करवाई गई थी। शादी से एक दिन पहले अन्य आरोपियों ने महिला के मां-बाप न होने का बताकर तीन लाख रुपए मांगे थे।युवक के घरवालों ने 2.50 लाख रुपए दिए थे।
इस बीच, महिला गर्भवती हुई, लेकिन उसने अवगत कराया कि उसे बच्चा नहीं चाहिए। उसने मां से मिलने के लिए चित्तौड़गढ़ जाने की इच्छा जताई थी। उसका भाई 29 सितम्बर को उसे लेने के लिए जोधपुर आया था और महिला को लेकर चित्तौड़गढ़ चला गया था। दूसरे दिन पीडि़त ने उसे कॉल किया तो घरवालों से बात हुई थी। उन्होंने महिला के गर्भपात के लिए रुपए मांगे। इस बीच, पीडि़त ने कमरे में अलमारी चेक की तो उसमें रखे 130 ग्राम सोने के आभूषण नहीं मिले। उसने महिला से बात की तो पहले तो उसने अनभिज्ञता जताई, लेकिन फिर जेवर ले जाने की जानकारी दी थी। आरोप है कि अब महिला व उसके परिजन आठ लाख रुपए और मांग रहे हैं। जो न देने पर दहेज प्रताड़ना व मारपीट के मामले में फंसाने की धमकियां दे रहे हैं।