श्रीगंगानगर. शौर्य चक्र से सम्मानित शहीद मेजर भूपेन्द्र सिंह की प्रतिमा का अनावरण उनके 72वें जन्मदिन पर जिला मुख्यालय पर पी ब्लॉक डिग्गी के पास मेजर भूपेन्द्रसिंह चौक पर किया गया। शहीद मेजर भूपेंद्र सिंह की वीरांगना अविनाश कौर, पुत्री निम्रत कौर व रुबीनासिंह ने सामूहिक रूप से प्रतिमा का लोकार्पण किया। वीरांगना अविनाश कौर ने प्रतिमा पर पुष्पचक्र अर्पित किया। इस अवसर पर श्रीगंगानगर जिले के बारह शहीद परिवारों का सम्मान भी वीरांगना अविनाश कौर की ओर से किया गया। इससे पहले गुरुवार दोपहर से ही सैन्य अधिकारियों और सेना के वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई थी। शुक्रवार सुबह तक चौक की सजावट कर दी गई। कार्यक्रम में शहीद मेजर भूपेन्द्रसिंह के पैतृक गांव मोहनपुरा से भी काफी लोग पहुंचे। सभी ने बारी-बारी से शहीद प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित किए। कार्यक्रम में सैन्य अधिकारियों-जवानों के अलावा के शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। विदित रहे कि श्रीगंगानगर जिले के मोहनपुरा गांव के रहने वाले मेजर भूपेन्द्र सिंह तीस साल पहले जम्मू और कश्मीर में सेवारत थे। वे जवाहर सुरंग के पास वेरीनाग में तैनात 99 रोड कंस्ट्रक्शन कंपनी के ओसी (ऑफिसर कमांडिंग) के रूप में काम कर रहे थे। देश के दुश्मनों ने 17 जनवरी 1994 को उनका अपहरण कर लिया था और 23 जनवरी को उनकी हत्या कर दी गई। इसके बाद 13 मार्च 1994 को उन्हें मरणोपरांत शौर्य चक्र वीरता पुरस्कार से नवाजा गया.
इन लोगों ने भी किए श्रद्धासुमन अर्पित
शहीद मेजर भूपेन्द्रसिंह की प्रतिमा पर जिला कलक्टर डा. मंजू, अतिरिक्त जिला कलक्टर रीना छींपा, नगर परिषद सभापति गगनदीप कौर, पूर्व नगर परिषद सभापति करूणा चांडक, नगर परिषद आयुक्त राकेश अरोड़ा, मोहनपुरा सरपंच सुखचैनसिंह, शहीद मेजर हरबंस सिंह चहल के बेटे राजवंतसिंह चहल, मोहनपुरा के पूर्व सरंपच जगतारसिंह, पार्षद चेष्टा सरदाना आदि ने पुष्प अर्पित किए। सेना की ओर से भी शहीद को सलामी दी गई।
विधायक कार्यक्रम से लौटे
कार्यक्रम का समय सुबह दस बजे तय किया गया था लेकिन यह कुछ विलंब से शुरू हुआ। विधायक जयदीप बिहाणी दस बजे के करीब कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे और वहां कार्यक्रम शुरू न होने पर लौट गए। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त से तल्खी भरे लहजे में कहा कि कार्यक्रम में विलंब होने की सूचना उनको देनी चाहिए।
तीस साल का सपना पूरा हुआ- निम्रत कौर
शहीद पुत्री एवं बॉलीवुड अभिनेत्री निम्रत कौर ने प्रतिमा अनावरण के बाद पत्रिका से बातचीत में कहा कि आज उनका व उनके परिवार का तीस साल का सपना पूरा हुआ है। इस कार्यक्रम के लिए पिछले एक साल से तैयारी की जा रही थी। उन्होंने कहा कि प्रतिमा लगाने का मकसद है कि आने वाली पीढियां उससे प्रेरणा लें। निम्रत ने बताया कि उनके पिता जम्मू कश्मीर में शहीद हुए थे। आज भी कश्मीर में त्याग और संघर्ष का सिलसिला जारी है। पता नहीं यह कितने साल तक चलेगा। ऐसे में त्याग एवं संघर्ष करने वाले परिवारों को भुलाया नहीं जाना चाहिए। हम चाहते हैं कि इस चौक को गंगानगरवासी अपनाएं और इसे अपना समझें। विदित रहे कि निम्रत ने मॉडलिंग, वेब सीरिज के लिए अलावा कई फिल्मों में काम किया है। उनको पैडलर के रूप में पहली बॉलीवुड फिल्म मिली। अक्षय कुमार की फिल्म एयरलिफ्ट के जरिए निम्रत कौर चर्चा में आई। इरफान खान के साथ लंच बॉक्स तथा अभिषेक बच्चन के साथ उनकी फिल्म दसवीं में उनके काम को काफी पसंद किया गया।