ग्राउण्ड रिपोर्ट
नागौर. कुख्यात तस्कर गणेश बेनीवाल अभी तक पुलिस की पकड़ में नहीं आया है। इधर पांच फरार बदमाशों पर पुलिस ने इनाम घोषित कर दिया है। इनमें गोपाल विश्नोई हिस्ट्रीशीटर तस्कर दिलीप विश्नोई का गुर्गा शामिल है। चित्तौड़, बीकानेर के नापासर की पुलिस के बाद सदर थाना पुलिस ने एक मामले में दिलीप विश्नोई को रिमाण्ड पर लेकर पूछताछ के बाद नागौर जेल भेज दिया।
सूत्रों के अनुसार पुलिस ने फरार तस्करों के साथ बदमाशों की पकड़ तेज कर दी है। हाल ही में इसके लिए पांच फरारी काट रहे बदमाशों पर इनाम घोषित किया है। एसपी नारायण टोगस की ओर से जारी आदेश में गोपाल विश्नोई पर दो हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। गोपाल सदर थाने में दर्ज इसी साल जुलाई के मादक पदार्थ की तस्करी में वांटेड है। दिलीप विश्नोई की गिरफ्तारी के बाद पुलिस की धरपकड़ तेज हुई थी। तब से गोपाल विश्नोई की तलाश जारी है। उसका अभी तक पता नहीं चल पाया है। मादक पदार्थ की तस्करी के लिए पूजा भादू को भी माल दिलीप विश्नोई ही सप्लाई करता था। नागौर के अलावा जोधपुर, सीकर, अजमेर, बीकानेर तक दिलीप विश्नोई अपने शातिर साथियों के साथ नशे का कारोबार करता था। इसी काले कारोबार में गोपाल विश्नोई का बड़ा रोल था। इसके अलावा एनडीपीएस एक्ट के एक फरार बदमाश दिनेश विश्नोई पर भी दो हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। वो भी मादक पदार्थ तस्करी के पांचौड़ी थाने में दर्ज मामले में छह माह से फरार है। इसी तरह लम्बे समय से फरार चल रहे प्रताप सिंह व पूनम चंद विश्नोई पर भी दो-दो हजार रुपए का इनाम रखा गया है।
सहीराम पर पांच हजार का इनाम
जायल निवासी बदमाश सहीराम पर पुलिस ने पांच हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। उस पर धोखाधड़ी, हत्या के प्रयास, अपहरण समेत अन्य आपराधिक मामले दर्ज हैं। उसकी सूचना देने पर पांच हजार रुपए का इनाम रखा गया है।
दिलीप विश्नोई से पूछताछ का नतीजा सिफर
करीब तीन माह पहले गिरफ्तार दिलीप विश्नोई को कोतवाली थाना पुलिस ने रिमाण्ड के बाद जेल शिफ्ट किया था। इसके बाद चित्तौड़ गढ़ के पारसौली थाना पुलिस उसे यहां से प्रोडक्शन वारंट पर अपने साथ ले गई। वहां भी अवैध डोडा-पोस्त सप्लाइ के मामले में उसकी तलाश की जा रही थी। वहां से उसे बीकानेर की नापासर थाना पुलिस ने रिमाण्ड पर लिया। बताया जाता है कि बाद में सदर थाना पुलिस भी यहां मिले डोडा-पोस्त से भरे ट्रक और गोगेलाव के पास दुर्घटनग्रस्त हुई दो लग्जरी गाड़ी से निकले डोडा-पोस्त के मामलों में उसे पूछताछ के लिए लाई। बताया जाता है कि पूछताछ के बाद भी पुलिस को कुछ खास हासिल नहीं हो पाया। फिलहाल हर्निया के ऑपरेशन के बाद से दिलीप नागौर जेल में बंद है। दिलीप विश्नोई के साथ गोपाल विश्नोई, जगदीश चोटिया, होमगार्ड सांवतराम, पुखराज प्रजापत और भंवर जाट भी इस मामले में शामिल थे। गोपाल अभी तक फरार चल रहा है।
अब तक हाथ नहीं आया गणेश बेनीवाल
तस्करी के लिए कुख्यात गणेश बेनीवाल की तलाश अब तक पूरी नहीं हो पाई है। चोरी की लग्जरी गाड़ी मोटर कारखाने में मिली तब से वो फरार चल रहा है। दिलीप विश्नोई और गणेश बेनीवाल गुट के बीच प्रतिस्पद्र्धा चल रही है। एक गिरोह का मुखिया जेल में है तो दूसरे का मुखिया फरार। खींवसर में उप चुनाव को देखते हुए गणेश बेनीवाल समेत अन्य बदमाशों के सक्रिय होने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने निगरानी सख्त कर दी है।