उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी विश्व विरासत परकोटा, जलमहल-आमेर-नाहरगढ़ को आइकॉनिक बनाने की तैयारी कर रही हैं। यानी सैलानी यहां बार-बार आएं और इन पर्यटन स्थलों को देखें। इन डेस्टिनेशन को आइकॉनिक बनाने के लिए 250 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। केन्द्र सरकार की स्पेशल असिस्टेंट टू स्टेट फाॅर कैपिटल इन्वेस्टमेंट-डवलपमेंट ऑफ आइकॉनिक टूरिस्ट सेंटर्स टू ग्लोबल स्केल के तहत यह राशि पर्यटन विभाग को मिलेगी। स्कीम की गाइड लाइन में कहा गया कि राज्य चयनित टूरिस्ट डेस्टिनेशन को इस तरह से आइकॉनिक बनाएं कि वहां पर्यटक कई बार घूमने आएं। टूरिस्ट डेस्टिनेशन तक पहुंचने की सुगम राह, पार्किंग एरिया, साफ-सफाई की व्यवस्था हो। साथ ही पर्यटक के डेस्टिनेशन घूमने के बाद उसकी संतुष्टि जानने के उपाय किए जाएं।देखो अपना देश-यूथ पर फोकस
पीएम नरेन्द्र मोदी भी मन की बात कार्यक्रम में कह चुके हैं कि लोग विदेश जाने की बजाय एक बार अपने ही देश के किसी पर्यटन स्थल पर जरूर जाएं। इसलिए पर्यटन मंत्रालय यूथ व देसी पर्यटकों पर ज्यादा फोकस कर रहा है। ऐसे में केन्द्र सरकार राज्यों के प्रमुख डेस्टिनेशन को आइकॉनिक बना रही है जिससे युवाओं में घूमने का क्रेज बढ़ सके।
18 माह में ये टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनेंगे आइकॉनिकडेस्टिनेशन……खर्च होगी राशि (रुपए)
परकोटा…100 करोड़जलमहल…100 करोड़
आमेर, नाहरगढ़ व आस-पास….50 करोड़ये करेंगे मॉनिटरिंग
भजन लाल शर्मा-मुख्यमंत्रीदिया कुमारी-उपमुख्यमंत्री
रवि जैन-पर्यटन सचिववीपी सिंह-पर्यटन आयुक्तपरकोटा, जलमहल और आमेर के आइकॉनिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन बनने के बाद जयपुर देश-दुनिया के पर्यटन मानचित्र पर अपनी नई पहचान के साथ सामने आएगा। पर्यटन तो बढ़ेगा ही युवाओं को रोजगार भी मिलेगा।
हुसैन खान, अध्यक्ष होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान