सुनेल. क्षेत्र की ग्राम पंचायत सामरिया के ग्राम विकास अधिकारी घनश्याम सावन की गलती की सजा अभी तक रोशनबाड़ी लघु सिंचाई परियोजना बांध के पुनर्वास के विस्थापित गांव कांदलखेड़ी के ग्रामीण भुगत रहे हैं। मसलन पुनर्वास के लिए मिली जमीन किसी और पंचायत की थी और पट्टे किसी और पंचायत ने जारी कर दिए।
सुनेल. क्षेत्र की ग्राम पंचायत सामरिया के ग्राम विकास अधिकारी घनश्याम सावन की गलती की सजा अभी तक रोशनबाड़ी लघु सिंचाई परियोजना बांध के पुनर्वास के विस्थापित गांव कांदलखेड़ी के ग्रामीण भुगत रहे हैं। मसलन पुनर्वास के लिए मिली जमीन किसी और पंचायत की थी और पट्टे किसी और पंचायत ने जारी कर दिए।
गौरतलब है कि वर्ष 2022 में तत्कालीन राज्य सरकार ने डूब में आए ग्रामीणों के लिए ग्राम पंचायत सुनेल में 40 बीघा भूमि करीब 512 ग्रामीणों को आवंटित की थी। आवंटन के बाद ग्रामीणों को ग्राम पंचायत सामरिया ने 15 फरवरी 2022 को 406 पट्टे जारी कर दिए। ग्रामीण पट्टे को लेकर सुनेल तहसील कार्यालय में रजिस्ट्री कराने गए तब पता लगा कि यह भूमि तो सुनेल ग्राम पंचायत के अधीन है, ऐसे में ग्राम पंचायत सामरिया ने पट्टे गलत जारी कर दिए। इस पर तत्कालीन उपखंड अधिकारी सहित अन्य अधिकारियों एवं ग्रामीणों ने वार्ता कर ग्राम पंचायत सामरिया द्वारा जारी पट्टे दो साल पहले ग्राम विकास अधिकारी घनश्याम सावन को जमा करा दिए लेकिन सुनेल ग्राम पंचायत द्वारा आज तक पट्टे जारी नहीं किए गए। पट्टे के अभाव में ग्रामीणों के मकानों की रजिस्ट्री नहीं हो रही है। इससे ग्रामीणों को लोन सहित अन्य कार्य नहीं हो रहे है।
इस मामले को पहले भी राजस्थान पत्रिका ने उठाया था, तब भी जिम्मेदारों ने शीघ्र ही ग्राम पंचायत सुनेल से पट्टे जारी कराने की बात कही थी लेकिन अभी तक भी ग्रामीणों को पट्टे नहीं मिले है। ग्रामीण जेतराम, बजरंगलाल, राहुल धाकड़, विष्णु, राकेश कुमार, मोहित कुमार, बंटी नागर, यशवंत, सुरेश, ब्रजराज, राजाराम और मुकेश नागर आदि ने बताया कि दो साल से पट्टों के लिए कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है। पट्टों के अभाव में हमारे सारे काम अधूरे पड़े हुए हैं। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर तुरंत पट्टे दिलाने मांग की है।
शीघ्र ही सुनेल ग्राम पंचायत से पट्टे जारी करवाए जाएंगे। सभी दस्तावेज तैयार कर जिला मुख्यालय भेज दिए गए हैं।
सत्येन्द्र जैन, सहायक विकास अधिकारी, पंचायत समिति पिड़ावा मुख्यालय सुनेल
तत्कालीन विकास अधिकारी द्वारा मुझे निर्देश दिए गए कि रोशनबाड़ी लघु सिंचाई परियोजना बांध के विस्थापित गांव कांदलखेड़ी के ग्रामीणों को पट्टे जारी कर दिए जाएं। इस कारण मैंने सामरिया पंचायत से पट्टे जारी कर ग्रामीणों को दे दिए थे। ग्रामीणों से मैंने पुन:पट्टे लेकर पंचायत समिति में जमा करा दिए हैं।
घनश्याम सावन, ग्राम विकास अधिकारी,
ग्राम पंचायत सामरिया