Women: समाज ने महिलाओं पर कई तरह की प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से पाबंदियां लगाई हैं और आज भी लगा रहा है। ये सामाजिक पाबंदियां अक्सर उनकी स्वतंत्रता, सपनों और व्यक्तिगत विकास में रुकावट बनती हैं। इसी बीच 5 ऐसी बातें हैं जो महिलाओं को काफी सुनने को मिलती हैं, जो उन्हें अपनी असल पहचान से दूर ले जाती है। इस कारण समाज की इस तरह की सोच ने महिलाओं को खुद के लिए सोचना, अपने लिए आवाज उठना और खुद के लिए कुछ अलग सोचने का हक छीन लिया है। अब समाज को इन पुरानी सोच को बदलने की आवश्यकता है ताकि महिलाएं खुलकर जी सकें और अपने सपनों को साकार कर सकें।
दूसरों की खुशियों में ही खुश रहना सीखना चाहिए (should learn to be happy only in the happiness of others)
Women must prioritize caregiving above all
समाज का यह विचार है कि एक महिला की जिम्मेदारी दूसरों की खुशी सुनिश्चित करना है चाहे वो परिवार के लिए , अपने बच्चों के लिए या फिर अपने माता पिता के लिए , उसे यह बताया जाता है उसके जो भी सपनें और इच्छा है उसको नजरअंदाज करो । इस सोच से उसकी आत्मसम्मान और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
तुम्हारा सुंदरता ही सबकुछ है तुम्हारे लिए (your beauty is everything for you)
यह धारणा कि एक महिला की पहचान केवल उसकी बाहरी सुंदरता से है, उसे उसकी प्रतिभा और क्षमताओं को अनदेखा करने के लिए प्रेरित करती है। इससे महिलाओं में आत्म-संदेह और कम आत्मविश्वास की भावना पैदा होती है। यह महत्वपूर्ण है कि आप अपनी क्षमताओं और अपनी अनोखी टेलेंट पर ध्यान दें, न कि केवल अपनी ब्यूटी पर। अपनी असली पहचान को अपनाना ही आपकी पहली प्रायोरिटी होनी चाहिए ।
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सफलता का मतलब सिर्फ परिवार और बच्चों की परवरिश करना है (Success just means raising family and kids)
5 Lies Society Tells Women About How to Live
समाज की यह विचार कि एक महिला की सफलता केवल पारिवारिक जीवन में ही सीमित रहना चाहिए, उसे अपने करियर और व्यक्तिगत सपनों को हासिल करने से रोकता है। यह सोच महिला को अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने से भी दूर कर देती है। यह बिल्कुल सच नहीं है। कई सफल महिलाएं दोनों को बैलेंस करती हैं। अपने करियर और पारिवारिक जिम्मेदारियों को बैलेंस करने के लिए सबसे अच्छा तरीका ढूंढ़ने की जरुरत होती है।
परिस्थितियां जो भी हो आपको हर हाल में खुश रहना चाहिए चाहे कैसी भी रहो (Whatever the circumstances, you should be happy no matter what)
यह सोच कि एक महिला को हर परिस्थिति में खुश रहना चाहिए, उसके इमोशनल हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकती है। यह उसे अपनी real feelings को दबाने और समस्याओं का सामना करने से दूर रखता है।
अपनी राय या सपने को कम महत्वपूर्ण देना सिखों (Learn that your opinions or dreams are less important)
कुछ लोगों का मानना है कि यदि कोई महिला महत्वाकांक्षी है और सफल होना चाहती है, तो समाज उसकी स्वीकृति नहीं करेगा। लेकिन यह सच नहीं है। बड़े-बड़े सपने देखने वाली होना एक अच्छी बात है क्योंकि यह दिखाता है कि आप प्रेरित और सक्षम हैं। आपको अपने लक्ष्यों पर गर्व होना चाहिए और कभी भी ऐसा महसूस नहीं करना चाहिए कि आपको उन्हें छिपाना है। आपकी महत्वाकांक्षा दूसरों को प्रेरित कर सकती है और आपको शानदार अवसर दे सकती है।
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