Khinwsar Bypolls: नागौर। राजस्थान में 7 सीटों पर हो रहे विधानसभा उप चुनाव के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने बुधवार देर रात प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। सभी उम्मीदवार पहली बार चुनाव मैदान में उतरेंगे। रामगढ़ और झुंझुनू में परिवारवाद पर दांव खेला है। रामगढ़ से पूर्व विधायक जुबेर खान के पुत्र आर्यन जुबेर और झुंझुनूं से ब्रजेंद्र ओला के पुत्र अमित ओला को टिकट दिया है। दौसा सामान्य सीट पर दीन दयाल बैरवा को टिकट दिया गया है। जिनका मुकाबला भाजपा के जगमोहन मीणा से होगा।
देवली उनियारा में कस्तूर चंद (केसी) मीना, चौरासी में महेश रोत को टिकट दिया गया है, तो वहीं सलूम्बर में रेशमा मीना को टिकट दिया है। रेशमा अभी प्रधान भी हैं। इसके अलावा खींवसर सीट पर रतन चौधरी को टिकट दिया गया है। रतन पूर्व आईपीएस सवाई सिंह की पत्नी है। उधर, आधी रात बात पत्नी रतन चौधरी को टिकट मिलने के बाद सवाई सिंह ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। यह जानकारी उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट की।
पत्नी को टिकट मिलते ही छोड़ी भाजपा
सवाई सिंह ने 2018 के विधानसभा चुनाव में खींवसर से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हनुमान बेनीवाल के सामने हार गए थे। इसके बाद पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा में चले गए थे। रतन चौधरी ने भाजपा से टिकट मांगा था, लेकिन मिला नहीं था। लेकिन, अब कांग्रेस ने उनकी पत्नी को उपचुनाव में टिकट दिया है। ऐसे में भाजपा नेता सवाई सिंह चौधरी ने पत्नी रतन चौधरी को टिकट मिलते ही बीजेपी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने देर रात ही इसकी घोषणा कर दी।
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कौन है रतन चौधरी?
डाॅ. रतन चौधरी सेवानिवृत्त डीआईजी सवाईसिंह चौधरी की पत्नी है। रतन चौधरी डॉक्टर रह चुकी हैं। वे नागौर के सिणोद गांव के रहने वाले हैं। बता दें कि खींवसर सीट पर कांग्रेस ने हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी से गठबंधन नहीं करके खुद का उम्मीदवार उतारा है। अब खींवसर सीट से सवाई सिंह चौधरी की पत्नी रतन चौधरी कांग्रेस की उम्मीदवार है।
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