कोटपूतली-बहरोड़. जिले के स्कूलों और कॉलेजों में पुलिस की ओर से चलाए जा रहे जागरूकता कार्यक्रमों की हर ओर प्रशंसा हो रही है। पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत के निर्देशानुसार थानाधिकारी स्तर के अधिकारी छात्र-छात्राओं को साइबर अपराध, यातायात नियमों, पोक्सो कानून, गुड टच-बैड टच और सोशल मीडिया से जुड़े खतरों के प्रति जागरूक कर रहे हैं।
साइबर अपराधों से बचाव पर विशेष ध्यान
कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों को बताया जा रहा है कि डिजिटल युग में साइबर अपराध से कैसे बचा जा सकता है। साइबर धोखाधड़ी, फर्जी कॉल, हैकिंग और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा से जुड़े अहम सुझाव दिए जा रहे हैं। बच्चों को यह भी सिखाया जा रहा है कि किसी अप्रिय घटना के दौरान किस तरह से पुलिस से सहायता प्राप्त की जा सकती है।
बच्चों की सुरक्षा पर फोकस
छात्रों को पोक्सो कानून के अंतर्गत उनके अधिकारों और सुरक्षा उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। गुड टच और बैड टच पर आधारित सत्र में बच्चों को उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा के महत्व से अवगत कराया जा रहा है और किसी भी अनुचित व्यवहार की रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। खासकर बच्चों की सुरक्षा पर पूरा फोकस है।
बता रहे यातायात नियमों का महत्व
पुलिस अधिकारी विद्यार्थियों को सडक़ सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन करने के महत्व पर भी जोर दे रहे हैं। हेलमेट और सीट बेल्ट के इस्तेमाल की अनिवार्यता पर चर्चा करते हुए दुर्घटनाओं से बचाव के उपाय बताए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग पर मार्गदर्शन
सोशल मीडिया के बढ़ते प्रयोग के बीच बच्चों को इसके खतरों से सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। साइबर बुलिंग, फेक प्रोफाइल, और संवेदनशील जानकारी साझा करने के परिणामों पर चर्चा करते हुए पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षित डिजिटल व्यवहार की जरूरत पर जोर दिया।
अभिभावकों और शिक्षकों ने की पहल की सराहना
अभियान की अभिभावकों और शिक्षकों द्वारा जमकर सराहना की जा रही है। उनका कहना है कि इन जागरूकता कार्यक्रमों से विद्यार्थियों को न केवल कानूनी जानकारी मिल रही है, बल्कि उन्हें सुरक्षित और जिम्मेदार नागरिक बनने में भी मदद मिलेगी। पुलिस प्रशासन का यह कदम बच्चों को समय पर सही जानकारी देकर अपराधों से बचाने और उनके भीतर आत्मविश्वास पैदा करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल साबित हो रहा है।