सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर). वार्ड एक में तेली धर्मशाला के पास धोरों पर चार भाई बहन खेल रहे थे। इस दौरान मिट्टी धंसने से दो बच्चियां दब गई। बच्चों का शोर शराबा सुनकर अन्य लोगों ने बच्चियों को बाहर निकाला तथा आपातकालीन सेवा 108 एम्बुलेंस गाड़ी की मदद से उन्हें यहां ट्रोमा सेंटर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने उनका उपचार शुरू किया। इलाज के दौरान एक बच्ची की मौत हो गई जबकि एक अन्य बच्ची को श्रीगंगानगर रेफर किया गया है। परिजन व परिचित उसे सूरतगढ़ के एपेक्स हॉस्पिटल ले गए। जहां उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। सूचना मिलने पर सिटी पुलिस ने अस्पताल पहुंचकर परिजनों के बयान दर्ज किए।
घटनाक्रम के अनुसार वार्ड एक में स्थित तेली धर्मशाला में सिक्का (चूरू) निवासी मुंशी खां पुत्र जुमरदीन चौकीदारी का काम करता है। मंगलवार शाम करीब चार बजे मुंशी खां काम के सिलसिले में बाहर गया हुआ था। वहीं उसका पुत्र शेर मोहम्मद(12),साहिल(9),पुत्री मुस्कान (8) व सोनू उर्फ सोनिया(5) धोरों पर खेल रहे थे। इस दौरान धोरे से मिट्टी धंसने लगी। मुस्कान व सोनू मिट्टी के नीचे दब गई। बच्चों के शोर मचाने पर आस पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचे और दोनों बच्चियों को बाहर निकाला। इसके बाद एंबुलेंस 108 से इन बच्चियों को सूरतगढ़ सीएचसी के ट्रोमा सेंटर लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसका प्राथमिक उपचार किया। इस दौरान घायल बच्ची मुस्कान की मौत हो गई, जबकि घायल सोनू को श्रीगंगानगर रेफर किया गया। इस दौरान पार्षद फारुख मोहम्मद, मुमताज अली सहित अन्य वार्डवासी मौके पर पहुंचे और घायल बच्ची को एपेक्स हॉस्पिटल ले गए। जहां उसे आपातकालीन इकाई में भर्ती किया गया है।
धोरे पर अवैध रूप से हो रहा खनन, आए दिन धंसती है मिट्टी
वार्ड एक में बने धोरे पर आए दिन अवैध रूप से खनन का कार्य हो रहा है। इस वजह से हल्की मिट्टी धंसती रहती है। बरसाती मौसम में ऐसे घटनाएं बढ़ जाती है। शहरवासी कई बार नगरपालिका प्रशासन से अवैध खनन को रोकने के लिए कार्रवाई की मांग की कर चुके हैं। हाल ही में प्रशासन ने धोरे की तारबंदी के आदेश भी जारी किए हैं लेकिन इस पर अभी काम शुरू नहीं हुआ।