-निगम, एडीए व वन विभाग ने खंगाली तारागढ़ संपर्क सड़क
-आधारकार्ड, आवासीय-व्यावसायिक गतिविधियों की होगी जांच
अजमेर. नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, वन विभाग, जिला प्रशासन व भू प्रबंधन विभाग द्वारा सोमवार को तारागढ़ व संपर्क सड़क से सटे पहाड़ी क्षेत्र का सोमवार को भौगोलिक सर्वेक्षण किया गया। सर्वे के दौरान टोटल स्टेशन सर्वे मशीन (टीएसएसएम) के जरिए राजस्व रिकार्ड के अनुसार अंदरकोट वनखंड का निरीक्षण हुआ। मशीन के जरिए किए गए सर्वे पॉइंट को राजस्व रिकार्ड की जमाबंदी में सुपर इंपोज कर वन क्षेत्र व अन्य भूमि का सीमांकन किया जाएगा।तारागढ़ क्षेत्र में संपर्क सड़क से सटे खसरा 4624 में वन, एडीए व नगर निगम की जमीन की भी रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सर्वे में क्षेत्र में आवासीय-व्यावसायिक गतिविधि व कब्जे आदि की रिपोर्ट भी तैयार की जा रही है। पहाड़ी क्षेत्र का अधिकांश हिस्सा वन विभाग का होने से इसका सीमांकन कर रिपोर्ट बनेगी।
जिला व पुलिस प्रशासन के निर्देश पर सोमवार को भू- प्रबंधन विभाग की टीम ने मशीन से भूमि की किस्म व स्वामित्व की जांच की। राजस्व रिकॉर्ड में खसरे अनुसार पहाड़ी क्षेत्र वन विभाग की जमीन पाई गई। इसका काफी हिस्सा तारागढ़ संपर्क सड़क, तारागढ़ पैदल मार्ग, किले सहित पहाड़ की तलहटी तक पाया गया।आधार कार्ड पर्याप्त नहीं
अजमेर नगर निगम की 307 बीघा भूमि आवासीय बताई गई है। सर्वे के दौरान स्थानीय लोगों के पहचान दस्तावेजों की पुष्टि की जाएगी। इसमें आधार कार्ड होना पर्याप्त नहीं माना जाकर किन दस्तावेजों के जरिए व किस व्यक्ति ने शिनाख्त की उसका भी पता लगाया जाएगा। केवल आधार कार्ड ही वैध निवासी माने जाने का आधार नहीं रहेगा। सर्वे में व्यावसायिक व अन्य गतिविधियों की भी जांच होगी। सोमवार को किए गए सर्वे के दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारी, तहसीलदार, सीओ दरगाह लक्ष्मणाराम, निगम के भू अभिलेख निरीक्षक तथा दरगाह, गंज थाने का पुलिस जाप्ता तैनात रहा।विधानसभा अध्यक्ष ने दिए थे निर्देश
मामले में जिला प्रशासन के अधिकारियों की बैठक में गत दिनों विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने जिला कलक्टर व पुलिस उपमहानिरीक्षक सहित अन्य अधिकारियों को निकायों की भूमि सहित पहाड़ी वन भूमि पर कब्जों की शिकायतों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे।