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चिकित्सकों की भर्ती की जाए
सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों और दूसरे संसाधनों की कमी है। ग्रामीण क्षेत्र में तो अस्पतालों की स्थिति बहुत खराब है। सरकार को चिकित्सा के रिक्त पदों पर भर्ती कर योग्य चिकित्सकों और नर्सिंगकर्मियों की जल्द से जल्द नियुक्ति करनी चाहिए। सरकार अपने निगरानी और शिकायत निवारण तंत्र को भी मजबूत करे जिससे चिकित्साकर्मियों पर नियंत्रण रखा जा सके। सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं को धरातल पर लागू किया जाए।
-गजेंद्र चौहान कसौदा, डीग
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ग्रामीण क्षेत्रों की भी सुध ली जाए
सरकार को स्वास्थ्य सेवाओं तक सभी की पहुंच सुनिश्चित करनी चाहिए। इसका मतलब है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी अस्पताल और क्लीनिक खोलना। साथ ही इन अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सों की उपस्थिति सुनिश्चित की जानी चाहिए।
-सीता प्रजापत, माडपुरा
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नागरिकों का स्वास्थ्य रहे
प्राथमिकता चिकित्सा का नेटवर्क मजबूत करने के लिए सरकार को चिकित्सा का बजट बढ़ाना चाहिए। साथ ही निजी क्षेत्र के साथ समन्वय करना होगा। नागरिक ही देश की सर्वोत्तम पूंजी हैं। देश के विकास के लिए नागरिकों का स्वस्थ होना पहली शर्त है।
-राजेन्द्र पचार लीलकी, चूरू
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डॉक्टरों की अनुपस्थिति
सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की अनुपस्थिति चिकित्सा में बड़ी बाधा बनती है। कुछ चिकित्सक अनुबंध पर रखे गए हैं, जो केवल सर्दी-जुकाम की दवाई देकर इतिश्री कर लेते है। इन केंद्रों पर डॉक्टर की स्थाई नियुक्ति होनी चाहिए।
-अशोक कुमार शर्मा, जयपुर
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सरकारी अस्पतालों की स्थिति में सुधार हो
चिकित्सा का नेटवर्क मजबूत करने के लिए सरकारी अस्पतालों में सुधार करना अतिआवश्यक है, ताकि आम जनता को प्राइवेट अस्पतालों में लुटने से बच सके। सरकारी अस्पतालों को सर्वसुविधायुक्त बनाया जाना चाहिए, ताकि आम जनता विश्वास के साथ इन अस्पतालों में इलाज करवाने के लिए जाए।
-राकेश मोहनलाल कुमावत, देवास, मप्र
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निगरानी तंत्र की जरूरत
मेडिकल शिक्षा गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए। अस्पतालों में चिकित्सकों और नर्सिंग कर्मियों के रिक्त पदों पर नियुक्तियां की जाएं। साथ ही एक सम्यक निगरानी तंत्र भी बनाया जाए। चिकित्सकों को सेवा भाव से काम करना चाहिए और आम जनता को भी चिकित्सकों की चुनौतियों को समझकर उनको सम्मान देना चाहिए।
-नीतू शर्मा , बेंगलूरु
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सरकारी बजट को बढ़ाया जाए
चिकित्सा तंत्र को मजबूत करने के लिए सरकारी बजट को बढ़ाया जाए। चिकित्सकों की रिक्त पदों पर नियुक्ति की जाए। आबादी के हिसाब से हमारे देश में एलोपैथी के पर्याप्त चिकित्सक नहीं हैं। अस्पतालों की व्यवस्था ठीक होनी चाहिए।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़