Bhilwara News: प्रदेश के हर जिले में कृषि उत्पाद के आधार पर उद्योग लगने चाहिए ताकि किसानों को लाभ मिल सके। प्रदेश में एथेनॉल प्लांट एवं फूड प्रोसेसिंग इकाइयां लगे, इसके लिए भाजपा सरकार प्रयास कर रही है। इसका परिणाम दिसंबर में राइजिंग राजस्थान के तहत होने वाले एमओयू में देखने को मिलेगा। यह कहना है विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी का।
राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत
देवनानी ने राजस्थान पत्रिका से विशेष बातचीत में कहा कि स्थानीय स्तर पर किसान की उपज काम में आएगी तो किसानों को भी संबल मिलेगा। उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। जिले में मक्का अच्छा उत्पादन होता है तो मक्के से जुड़े हर उत्पाद के लिए यूनिट लगेंगे तो युवाओं को भी रोजगार मिलेगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मक्का को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं, ताकि लोग मक्का का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें। अभी तक गेहूं आधारित उत्पाद चल रहा था। मक्का, बाजरा व जौ यह राजस्थान का मूल खानपान है। भीलवाड़ा के लोगों को मक्का का उपयोग करना चाहिए। मक्का का सूप भी सवेरे काम में लेने लगे है।
मक्का से यह हो सकता उपयोग
मक्का से कई तरह के उत्पाद बनाए जा सकते है। इनमें प्रमुख रूप से कॉर्न मफ़नि, कॉर्न ब्रेड, ब्रेड, कॉर्न स्टार्च, कॉर्न फ्लोर वाली कुकीज, कॉर्न ऑयल, पॉपकॉर्न, पैनकेक, मक्के के बेक, एनचिलाडा, सोडा, कैंडी, सलाद ड्रेसिंग, मकई शर्बत, टॉर्टिला, टॉर्टिला चिप्स, पोलेंटा, कॉर्नमील, मकई का आटा, मकई का सिरप, हाथ साबुन और सैनिटाइज़र शामिल है।
मक्का एक स्वस्थ अनाज है और इसमें फ़ाइबर, विटामिन, खनिज, और एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह आंखों और पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। मक्का ग्लूटेन-मुक्त अनाज है और कई ग्लूटेन-मुक्त खाद्य पदार्थों में इसका इस्तेमाल होता है।
गौरतलब है कि भीलवाड़ा-शाहपुरा व चितौड़गढ़ में मक्का का सबसे अधिक उत्पादन होता है। मक्का से एथेनॉल का उत्पादन हो सकता है, राजस्थान में कोई प्लांट नहीं है। यह मक्का खाड़ी देशों व हरियाणा, पंजाब व अन्य राज्यों में जा रहा है।
पत्रिका के अभियान की सराहना
राजस्थान पत्रिका के अपनी उपज-अपना उद्योग अभियान की सराहना करते हुए देवनानी ने कहा कि मक्का स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इसके उपयोग से बीमारियों से भी निजात मिलेगी। किसानों को भी फायदा होगा। केंद्र सरकार की एथेनॉल योजना पर राजस्थान सरकार भी काम करे इसके लिए सुझाव दिए जाएंगे ताकि सरकार के प्रयास में कोई कमी नहीं रहे।
भाजपा सरकार चाहती है कि हर जिले में अपनी उपज का फायदा किसानों को मिले। इसे लेकर सरकार काम कर रही है। हर जिले में हर उत्पादन के आधार पर उद्योग लगाने या प्रोसेसिंग इकाइयां स्थापित हो पर काम सरकर कर रही है।
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