बीकानेर.करवा चौथ पर्व रविवार को मनाया जाएगा। महिलाएं अखंड सौभाग्य एवं पति की दीर्घायु की कामना को लेकर व्रत रखेंगी। सूर्योदय से पहले व्रत प्रारंभ होगा व चन्द्रोदय के बाद व्रत का पारणा होगा। इस दौरान महिलाएं बिना जल और निराहार रहकर व्रत-पूजन करेंगी। करवा चौथ के दिन चन्द्रदर्शन और पूजन का विशेष महत्व है। व्रतधारी महिलाएं चन्द्रोदय पर चन्द्रमा का दर्शन करेंगी। चन्द्रमा को अर्घ्य देकर पूजन करेंगी। घरों में चौथ माता की पूजा-अर्चना व कथा होगी तथा व्रतधारी महिलाएं करवा चौथ व्रत का पारणा करेंगी। रविवार को शाम 8.13 बजे चन्द्रोदय होगा। करवा चौथ को लेकर शनिवार को घर-घर में तैयारियां चलती रही।व्रत धारी महिलाओं ने अपने हाथों पर मेहंदी से कलात्मक मांडणे रचवाए। घरों में देर रात तक मेहंदी मांडणे बनवाने का कार्य चलता रहा। वहीं बाजारों में पेशेवर मेहंदी कलाकारों के यहां भी भीड़ रही।
साडि़यां, उपहार, आभूषण की खरीदारी
करवा चौथ को लेकर शहर के विभिन्न बाजारों में रात तक महिला खरीदारों की भीड़ रही। महिलाओं ने करवा चौथ के लिए विशेष रूप से साडि़यां, घाघरा-ओढ़णा इत्यादि की खरीदारी की। सजने-संवरने के लिए सौन्दर्य प्रसाधान सामग्री की खरीदारी चलती रही। पतियों ने अपनी पत्नियों के लिए सोना, चांदी के आभूषण, उनकी पसंद के उपहार, साडि़यां इत्यादि सामान की खरीदारी की।
दर्शन-पूजन का चलेगा दौर
करवा चौथ पर व्रतधारी महिलाएं मंदिरों में दर्शन-पूजन कर अखंड सौभाग्य की कामना करेंगी। पारंपरिक वेशभूषा और आभूषणों से सज धज कर महिलाएं मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंचेगी। अनेक मंदिरों में मेले सा माहौल रहेगा। महिलाएं एक मंदिर से दूसरे मंदिर पहुंचेगी व देवी-देवताओं के दर्शन करेंगी। वहीं घर-परिवार, मोहल्ला के बड़े बुजुर्गों के पांव धोक लगाकर आशीर्वाद प्राप्त करेंगी।
चौथ माता का होगा पूजन
करवा चौथ पर गोगागेट िस्थत चौथ माता मंदिर में धार्मिक अनुष्ठान होंगे। पुजारी पंडित राजेश कुमार भादाणी के अनुसार प्रात: 7 बजे चौथ माता का अभिषेक, पूजन, श्रृंगार, आरती की जाएगी। दिन भर दर्शन-पूजन का क्रम चलेगा। महाआरती में बड़ी संख्या में महिला श्रद्धालु शामिल होंगी। वहीं चन्द्रोदय के बाद घर-घर में चौथ माता की पूजा-अर्चना की जाएगी।