लुधियाना से तैयार करवाकर नकली बेच रहे थे ब्रांडेड कंपनी की जींस पेंटे

श्रीगंगानगर। पूरी दुनिया में रेडीमेड पेंट जीन्स की ब्रांड लिवाइस कंपनी के नाम से मार्का लगाकर दुरुपयोग करने के मामले में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। इस मामले की जांच कर रहे जवाहरनगर सीआई देवेन्द्र सिंह ने बताया कि सेतिया कॉलोनी की मुख्य रोड पर संचालित एक्सजोन रेडीमेड कपड़ों की दुकान से लिवाइस कंपनी नाम की 80 और जमींदारा बॉयज रेडीमेड शॉप से 55 जीन्स की पेंट कुल 135 पेटों को बरामद किया है। जांच अधिकारी ने बताया कि ये दोनों दुकानदार लुधियाना में रेडीमेड पेंट पर लिवाइस कंपनी का मार्का और टैग लगाते थे ताकि ग्राहक इस ब्रांड की पेंट देखकर खरीददारी कर सके। उन्होंने बताया कि इन दोनों दुकानों से कई कपड़े बरामद किए गए लेकिन छंटनी के दौरान इतनी ही रेडीमेड पेंट लिवाइस कंपनी के दुरुपयोग वाली बरामद की गई हैं। जांच अधिकारी ने बताया कि ब्रांडेड कंपनी की रेडीमेड जिन्स के दाम करीब ढाई हजार से लेकर पांच या आठ हजार रुपए हैँ लेकिन ये दुकानदार महज करीब एक हजार रुपए में ग्राहकों को बेच रहे थे। कोतवाली में दर्ज दो मामलो में संबंधित दुकानदारों, सैल्समेन के अलावा मुम्बई से आए लिवाइस कंपनी के प्रतिनिधि के बयान लिए गए है। जांच प्रक्रिया पूरी होने के उपरांत कॉपीराइट एक्ट में दुकानदारों को गिरफ़तार किया जाएगा। इधर, कंपनी के प्रतिनिधि ने पुलिस केा बताया कि पूरी दुनिया में लिवाइस कंपनी का खुद का ब्रांड हैं, कंपनी की जिन्स नाम की डुप्लीकेट पेंट को बेचने की शिकायत पहुंची तो वे खुद मुम्बई से यहां पहुंचे है।

कंपनी प्रतिनिधि की शिकायत पर रेडीमेड दुकानों पर दबिश

कोतवाली पुलिस ने बुधवार को मुम्बई से आए लिवाइस कंपनी के प्रतिनिधि की शिकायत पर सीओ सिटी बी आदित्य की अगुवाई में सेतिया कॉलोनी एरिया में दो रेडीमेड कपड़ों की दुकानों पर दबिश दी थी। इस कंपनी प्रतिनिधि धीरूभाई पुत्र बाबूभाई की ओर से कोतवाली में सेतिया कॉलोनी की मुख्य रोड पर संचालित एक्स जोन दुकान और जमींदारा बॉयज दुकानों के संचालकों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। विदित रहे कि लिवाइस ने ही दुनिया की सबसे पहली ब्लू जींस बनाई थी। लिवाइस अमेरिकी कंपनी है।

इन दो मार्गो पर रेडीमेड कपड़ों का मार्केट

पायल सिनेमा के पास सेतिया कॉलोनी की मुख्य रोड के अलावा भाटिया पेट्रोल पंप से लेकर आदर्शनगर पार्क तक पूर्व मंत्री राधेश्याम आवास वाली रोड पर रेडीमेड कपड़ों की काफी दुकानें हैँ, ऐसे में जिले के दूर दराज से भी युवा इन दोनों मार्गो पर संचालित दुकानों से कपड़ों की खरीददारी करते है। एक दुकान इतनी छोटी है लेकिन वहां दस से बारह सैल्समैन लगे हुए है। इन दुकानों पर लोकल के अलावा लेविस, डीजल, पोलो आदि ब्रांड्स के कपड़े बेचे जाते है।

रेडीमेड कपड़ों के दुकानदारों में भय का माहौल

दीपावली सीजन के दौरान इलाके में सबसे ज्यादा बिक्री रेडीमेड कपड़ों की होती है। ऐसे में लिवाइस कंपनी के प्रतिनिधि की ओर से शहर के दो दुकानों पर दर्ज कराई गई एफआइआर और पुलिस की कार्रवाई को लेकर रेडीमेड व्यवसासियों में भय का माहौल बना हुआ है। हालांकि इस घटनाक्रम को लेकर गुरुवार को दुकानें तो खुली लेकिन ब्रांडेड कंपनी की बजाय सीधे रेडीमेड कपड़े बेचते हुए दिखाई दिए।

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