शेयर बाजार में निवेश करना जोखिम भरा काम होता है, खासकर इंट्राडे ट्रेडिंग में। लेकिन अगर हम समझदारी के साथ निवेश करें तो अच्छा रिटर्न भी पा सकते हैं। शुरुआत में एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए। जब इसके बारे में जानकारी व समझ हो जाए तब भी कुछ बातों का ध्यान रखकर जोखिम को कम कर सकते हैं। स्टॉक के बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद निवेश करें।
वित्तीय स्वास्थ्य: कंपनी के वित्तीय स्वास्थ्य की जांच करें, जैसे कि आय, खर्च, और ऋण।
उद्योग और बाजार: कंपनी की स्थिति को समझें व उसकी विकास क्षमता का आकलन करें।
प्रबंधन टीम: प्रबंधन टीम के अनुभव और क्षमता के बारे में विचार करें।
उत्पाद और सेवाएं: इसकी गुणवत्ता व मांग का भी मूल्याकंन कर लें।
प्रतिस्पर्धा: कंपनी के प्रतिस्पर्धियों की स्थिति व ताकत को पहचानें।
विकास क्षमता: कंपनी की क्षमता व अवसरों के बारे में सोचें।
मूल्यांकन: कंपनी के शेयर का मूल्यांकन करें, जैसे कि पी/ई अनुपात और डिविडेंड यील्ड।
जोखिम: कंपनी के बाजार, उद्योग और वित्तीय जोखिम की जानकारी लें।
नियमन और अनुपालन: कंपनी के नियमन और अनुपालन की स्थिति के बारे में भी अच्छी तरह विचार करें।
विश्लेषण और रिपोर्ट: कंपनी के विश्लेषण और रिपोर्ट की जांच करें, जैसे वार्षिक रिपोर्ट और तिमाही रिपोर्ट।
जानिए शेयर्स के बारे में…
लार्ज कैप शेयर: इन कंपनियों का बाजार पूंजीकरण बड़ा होता है। 10 अरब डॉलर या उससे अधिक। इनमें निवेश करना सुरक्षित माना जाता है।
मिड कैप शेयर: इनका बाजार पूंजीकरण आमतौर पर 2 से 10 अरब डॉलर के बीच होता है। लार्ज कैप कंपनियों से अधिक जोखिम होता है।
स्मॉल कैप शेयर: इनका बाजार पूंजीकरण आमतौर पर 300 मिलियन डॉलर से 2 अरब डॉलर के बीच होता है। इनमें जोखिम अधिक होता है।
डिविडेंड शेयर: ये शेयर अपने लाभ का एक हिस्सा शेयरधारकों को नियमित रूप से वितरित करते हैं। यह नकद या शेयरों के रूप में होता है।
सेक्टोरियल शेयर: ये किसी विशेष सेक्टर से संबंधित होते हैं। ये शेयर वित्तीय, तकनीकी, ऊर्जा, हैल्थ, रियल एस्टेट इत्यादि के होते हैं।
ये भी समझें
प्राइस टू अर्निंग रेशियो: कंपनी की कीमत और प्रति शेयर आय के बीच का अनुपात।
नेट प्रॉफिट मार्जिन रेशियो : कंपनी की नेट आय और राजस्व के बीच का अनुपात।
प्राइस टू बुक रेशियो:
कंपनी की वर्तमान कीमत और प्रति शेयर बुक वैल्यू के बीच का अनुपात।
डेट-टू-इक्विटी रेशियो:
कंपनी के ऋण और इक्विटी के बीच का अनुपात।
करंट रेशियो: कंपनी की संपत्ति और देनदारियों के बीच का अनुपात।