युवती का बैग चोरी, एफआइआर के लिए एक माह तक तीन थानों के चक्कर लगाए

जोधपुर.

भगत की कोठी पीली टंकी के पीछे जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के क्वार्टर रोड पर मोपेड पर रखा बैग चोरी होने पर एफआइआर लिखवाने के लिए एक युवती को ऐड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ गया। उसने एक माह में पुलिस स्टेशन भगत की कोठी से रातानाडा और एयरपोर्ट तक चक्कर लगाए। साथ ही ऑनलाइन एफआइआर भी दर्ज कराई, लेकिन क्षेत्राधिकार के बाहर का मामला बताकर तीनों थानों की पुलिस टालमटोल करती रही। ई-एफआइआर पर सील व हस्ताक्षर तक नहीं किए। आखिरकार पीडि़ता ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय में परिवाद दिया तब एयरपोर्ट थाना पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज किया।

दरअसल, अफसर मैस के सामने कैलाश नगर निवासी नेहा पुत्र मुकेश बियाला 12 सितम्बर को मोपेड पर जेएनवीयू क्वार्टर रोड से घर लौट रही थी। तभी मोपेड नीचे गिर गई थी। इस दौरान किसी ने मोपेड पर रखा बैग चुरा लिया था। उसमें दो हजार रुपए, एक मोबाइल, लेपटॉप, बैंक की पासबुक, दो एटीएम कार्ड, एक घड़ी, चश्मा, ईयर फोन व महत्वपूर्ण दस्तावेज थे।

घर पहुंचने पर बैग गायब होने का पता लगा था। युवती एयरपोर्ट थाने पहुंची थी, लेकिन क्षेत्राधिकार न होने का बताकर वहां से उसे रातानाडा थाने भेज दिया गया। वह दो बार रातानाडा थाने पहुंची, लेकिन पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की। वह भगत की कोठी थाने भी पहुंची और लिखित शिकायत दी थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई।

आखिरकार ई-एफआइआर करवाई

आखिरकार युवती ने ऑनलाइन ई-एफआइआर दर्ज कराई और उस पर मोहर व हस्ताक्षर कराने भगत की कोठी थाने गई, लेकिन वहां भी पुलिस ने अपना क्षेत्राधिकार नहीं होने का बताकर पल्ला झाड़ लिया। युवती ने किसी अधिकारी से फोन करवाया तो ई-एफआइआर पर सील लगाई गई थी। इस दौरान पीडि़ता के पास मोबाइल के आइएमइआइनम्बर नहीं थे। थाने में मौजूद पुलिसकर्मी ने मोबाइल के आइएमइआइनम्बर लाने का आग्रह किया। जब युवती यह नम्बर लेकर फिर थाने पहुंची तो पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उलटा युवती को दूसरी ई-एफआइआर दर्ज कराने को कह दिया, लेकिन ऑनलाइन पॉर्टल पर डुप्लीकेट लिखा आने से दूसरी ई-एफआइआर दर्ज नहीं हुई। महिला का आरोप है कि उसके साथ पूर्व में भी 76 हजार रुपए की साइबर ठगी की गई थी। उसकी एफआइआर भी अभी तक दर्ज नहीं की गई है।

महिला पुलिसकर्मी के पास भेजा, लेकिन छुट्टी पर थी

थानों के चक्कर लगाने से परेशान पीडि़ता ने अपने परिचित अधिकारी से फोन करवाया तो उसे थाने में सुमन नामक पुलिसकर्मी के पास जाने काे कहा। पीडि़ता थाने पहुंची तो पता लगा कि महिला पुलिसकर्मी दस दिन अवकाश पर है। आखिरकार पीडि़ता पुलिस कमिश्नर कार्यालय में पेश हुई और परिवाद सौंपा। जिस पर एयरपोर्ट थाना पुलिस ने एफआइआर दर्ज की।

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